अभी खुला है ब्याज दरों में कटौती का रास्ता! RBI गवर्नर ने दिए संकेत, कहा 'अभी सारे कारतूस खत्म नहीं हुए'
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अभी खुला है ब्याज दरों में कटौती का रास्ता! RBI गवर्नर ने दिए संकेत, कहा 'अभी सारे कारतूस खत्म नहीं हुए'

कोरोना संकट (coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया की इकोनॉमी (economy) घुटनों पर आ गई है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन अच्छी बात ये है कि भारत में आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन सबकुछ पहले जैसा हो जाए, इसमें अभी वक्त लगेगा.

फाइल फोटो

नई दिल्ली: कोरोना संकट (coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया की इकोनॉमी (economy) घुटनों पर आ गई है. भारत भी इससे अछूता नहीं है. लेकिन अच्छी बात ये है कि भारत में आर्थिक गतिविधियों की शुरुआत हो चुकी है. लेकिन सबकुछ पहले जैसा हो जाए, इसमें अभी वक्त लगेगा. सरकार ने भी इकोनॉमी को फिर से पटरी पर लाने के लिए कई उपाय किए, कई घोषणाएं की, जिन पर अमल जारी है. लेकिन क्या ये राहतें और सहूलियतें हमेशा के लिए हैं, बिल्कुल नहीं. यही कहना है रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर शक्तिकांता दास का. एक इवेंट में बोलते हुए उन्होंने कहा कि 
'लोगों को लोन मोराटोरियम (moratorium) की राहत टेम्पररी यानि अस्थायी है, जिसे लॉकडाउन को देखते हुए दिया गया था. जो लोग संकट का शिकार हुए हैं उनके लिए एक रिजोल्यूशन फ्रेमवर्क तैयार किया जा रहा है, जिससे उम्मीद है कि उन्हें लंबे समय के लिए राहत मिलेगी.' 

  1. अभी खुला है ब्याज दरों में कटौती का रास्ता!
  2. RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने संकेत दिए
  3. अभी सारे कारतूस खत्म नहीं हुए हैं: दास

'अभी सारे कारतूस खत्म नहीं हुए' 
RBI गवर्नर ने इस बात के भी संकेत दिए हैं कि आगे ब्याज दरों में कटौती के दरवाजे बंद नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि 'अभी हमारे सारे कारतूस अभी खत्म नहीं हुए हैं, चाहे वो रेट कट की बात हो या फिर दूसरे पॉलिसी एक्शन की.' उन्होंने भरोसा दिया कि RBI फिर ग्रोथ और महंगाई पर अनुमान जारी करना शुरू करेगा. उन्होंने वित्तीय सेक्टर को नसीहत देते हुए कहा कि वो अब ज्यादा छूट की उम्मीद न करें, और अपने आप सामान्य स्थिति में लौटकर आएं. उन्होंने कहा कि 'आर्थिक गतिविधियां शुरू हो चुकी हैं और इनके सामान्य होने के शुरुआती संकेत भी मिल रहे हैं, लेकिन फिर भी अर्थव्यवस्था पर कोरोना के असर का आंकलन करना मुश्किल है.' शक्तिकांता दास ने कहा कि 'हमें लॉन्ग टर्म में एक बेहतर और सचेत एग्जिट प्लान पर काम करना होगा.' 

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'बैंकों की हालत बेहतर'
आपको बता दें कि रिजर्व बैंक ने इकोनॉमी को पटरी पर लाने के लिए ब्याज दरों में कटौती और मोराटोरियम जैसे कई बड़े कदम उठाए हैं. RBI ने 6 महीने के मोराटोरियम का ऐलान किया है जो कि 31 अगस्त को खत्म हो रहा है. मोराटोरियम पर RBI गवर्नर ने कहा कि 'ये सही दिशा में उठाया गया एक कदम था.' सरकारी बैंकों के कामकाज को लेकर भी RBI गवर्नर ने नसीहत दी है, उन्होंने कहा कि बैंकों का साइज अगर मायने रखता है तो क्षमता ज्यादा मायने रखती है. हालांकि बैंकिंग सेक्टर स्थिर और बेहतर हालत में है. 

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