HDFC Bank ने चुना आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी का नाम, मंजूरी के लिए आरबीआई का इंतजार
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HDFC Bank ने चुना आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी का नाम, मंजूरी के लिए आरबीआई का इंतजार

मौजूदा सीईओ Aditya Puri इस साल 70 वर्ष के हो जाएंगे

फाइल फोटो

नई दिल्ली: निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी (HDFC Bank) ने सीईओ और एमडी आदित्य पुरी के उत्तराधिकारी के लिए तीन लोगों का चयन कर लिया है. बैंक को अब आरबीआई से हरी झंडी मिलने का इंतजार है. शनिवार को हुई बैंक की बोर्ड मीटिंग में इस बात का फैसला लिया गया. हालांकि बैंक ने ये नहीं बताया है कि वो तीन लोग कौन हैं.

  1. HDFC Bank को जल्द मिलेगा नया सीईओ
  2. तीन लोगों का हुआ है चयन
  3. मौजूदा सीईओ आदित्य पुरी जल्द होने वाले हैं रिटायर

25 साल से हैं बैंक के एमडी, सीईओ
ज्ञात हो कि आदित्य पुरी अक्टूबर 2020 में रिटायर होंगे. पुरी HDFC बैंक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी भी हैं. उनके उत्तराधिकारी की खोज बैंक वैश्विक स्तर पर कर रहा है. साल 1994 में एचडीएफसी बैंक के गठन के बाद से आदित्य पुरी प्रबंध निदेशक और सीईओ हैं. पुरी इस साल 70 वर्ष के हो जाएंगे.

इन अधिकारियों की नियुक्ति पर लगाई थी रोक
9 अप्रैल को आरबीआई ने शशिधर जगदीशन को एडिशनल डायरेक्टर और भावेश जवेरी को एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर के तौर पर नियुक्ति के लिए दिए गए प्रस्ताव पर रोक लगा दी थी. केंद्रीय बैंक ने कहा था कि नए एमडी के पद संभालने के बाद ही उनकी समीक्षा करें फिर हमारे पास भेजे. बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को दी गई सूचना में कहा है कि हमें रिजर्व बैंक से सूचना प्राप्त हुई है जिसमें कहा गया है कि बैंक इन दोनों का प्रस्ताव नए एमडी और सीईओ के आने के बाद सबमिट करे. बैंक आरबीआई के इन नियमकों का पालन करेगा. आदित्य पुरी का कार्यकाल इसी साल के अंत में खत्म हो रहा है.

चौथी तिमाही में बैंक को भारी मुनाफा
एचडीएफसी बैंक (HDFC BANK) का वित्तीय वर्ष 2019-20 की चौथी तिमाही (Q4) का एकीकृत नेट प्रॉफिट (Integrated Net Profit) 15.4 प्रतिशत बढ़कर 7,280.22 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक ने 6,300.81 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था. पीटीआई की खबर के मुताबिक, शेयर बाजारों को भेजी सूचना में बैंक प्राइवेट सेक्टर के अग्रणी एचडीएफसी बैंक ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी एकीकृत कुल आय बढ़कर 38,287.17 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 33,260.48 करोड़ रुपये थी.

बैंक ने कहा है कि रिजर्व बैंक के शुक्रवार को जारी निर्देश के बाद अब वह 2019-20 के मुनाफे से और लाभांश का भुतान नहीं करेगा. केंद्रीय बैंक ने कोविड-19 संकट की वजह से सभी बैंकों के लाभांश वितरण पर रोक लगा दी है. इससे संकट के ऐसे समय में बैंक अपनी पूंजी बचा सकेंगे.

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ये हो सकते हैं संभावित नाम
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बैंक ने जिन तीन लोगों का नाम फाइनल किया है उनमें शशिधर जगदीशन, कैजार बरूचा और सुनील गर्ग हैं. जगदीशन और बरूचा एचडीएफसी बैंक में पहले से कार्यरत हैं, जबकि गर्ग फिलहाल सीटीग्रुप के सीटी कमर्शियल बैंक में सीईओ हैं. 

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