Share Price: तिमाही नतीजों के बाद से ही शेयर बना रॉकेट, ऑल टाइम हाई प्राइज पर पहुंचा, क्या आपके पोर्टफोलियो में है?
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Share Price: तिमाही नतीजों के बाद से ही शेयर बना रॉकेट, ऑल टाइम हाई प्राइज पर पहुंचा, क्या आपके पोर्टफोलियो में है?

Banking Share: एक बैंकिंग शेयर ने हाल ही में कंपनी के तिमाही नतीजे जारी किए हैं. जिसके बाद से ही शेयर के दाम काफी बढ़ गए हैं. कंपनी ने बीते शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रमुख कारोबार बढ़ने और फंसे कर्जों के लिए प्रावधान की जरूरत कम पड़ने से उसका एकीकृत शुद्ध लाभ बढ़ा है.

शेयर प्राइज

ICICI Bank: निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने हाल ही में अपने तिमाही नतीजों का ऐलान किया है. कंपनी को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही अच्छा मुनाफा हुआ है. जिसके बाद से ही कंपनी के शेयर रॉकेट बने हुए हैं. ICICI Bank की ओर से नतीजे घोषित करने के बाद से ही बैंक का शेयर हरे निशान में कारोबार करते हुए देखा गया है. वहीं शेयर के दाम भी काफी बढ़ गए हैं. कंपनी ने बीते शनिवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में प्रमुख कारोबार बढ़ने और फंसे कर्जों के लिए प्रावधान की जरूरत कम पड़ने से उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 31.43 प्रतिशत बढ़कर 8,007 करोड़ रुपये हो गया.

ऑल टाइम हाई पर शेयर

शुक्रवार 21 अक्टूबर को बाजार में बैंक ने 907.15 रुपये के भाव पर क्लोजिंग दी थी. हालांकि आज 25 अक्टूबर मंगलवार को ICICI Bank Share Price का हाई 943.25 रुपये रहा है. इसके साथ ही बैंक अपने 52 वीक हाई प्राइज पर भी पहुंच गया है. 943.25 रुपये का प्राइज ICICI Bank के शेयर का 52 वीक हाई प्राइज होने के साथ ही ऑल टाइम हाई प्राइज भी है. फिलहाल मंगलवार को बैंक ने 924 रुपये के भाव पर क्लोजिंग दी है.

इनकम बढ़ी

बैंक ने शेयर बाजारों को दी गई जानकारी में कहा कि इस तिमाही में उसका एकल आधार पर शुद्ध लाभ 37.14 प्रतिशत बढ़कर 7,557.84 करोड़ रुपये हो गया. एक साल पहले की समान अवधि में यह 5,510.95 करोड़ रुपये रहा था. जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक की प्रमुख शुद्ध ब्याज आय 26 प्रतिशत बढ़कर 14,707 करोड़ रुपये हो गई. इसमें 23 प्रतिशत की कर्ज वृद्धि और शुद्ध ब्याज मार्जिन में 0.30 प्रतिशत की बढ़त का भी योगदान रहा.

कुल खर्च

आलोच्य तिमाही में बैंक की कुल आय बढ़कर 31,088 करोड़ रुपये हो गई. इसके साथ उसका कुल खर्च भी 19,408 करोड़ रुपये हो गया जो एक साल पहले 18,027 करोड़ रुपये रहा था. इस दौरान बैंक का फंसे कर्जों के लिए वित्तीय प्रावधान घटकर 1,644.52 करोड़ रुपये हो गया जो साल भर पहले 2,713.48 करोड़ रुपये रहा था. हालांकि जून तिमाही के 1,143.82 करोड़ रुपये की तुलना में यह अधिक रहा.

(डिस्कलेमर : किसी भी तरह का निवेश करने से पहले एक्सपर्ट से जानकारी कर लें. जी न्यूज किसी भी तरह के निवेश के लिए आपको सलाह नहीं देता.)

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