दोहा एजेंडे में किसी तरह की काट छांट के खिलाफ है भारत
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दोहा एजेंडे में किसी तरह की काट छांट के खिलाफ है भारत

भारत ने विकसित देशों द्वारा विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में कुछ विशेष मुद्दे चुनने का विरोध करते हुए सुझाव दिया है कि दोहा विकास एजेंडे में किसी तरह की काट छांट नहीं होनी चाहिए।

नई दिल्ली : भारत ने विकसित देशों द्वारा विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) में कुछ विशेष मुद्दे चुनने का विरोध करते हुए सुझाव दिया है कि दोहा विकास एजेंडे में किसी तरह की काट छांट नहीं होनी चाहिए।

इसके साथ ही भारत ने खाद्य सुरक्षा के लिए सार्वजनिक अनाज भंडारण के मुद्दे के स्थायी समाधान को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए कहा है कि डब्ल्यूटीओ के सदस्यों को इस मुद्दे का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करना चाहिए। वाणिज्य मंत्रालय के बयान के अनुसार वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले सप्ताह जयपुर में एक कार्यक्रम के दौरान इन मुद्दों पर डब्ल्यूटीओ महानिदेशक रोबर्तो अजेवेदो के साथ चर्चा की।

इसके अनुसार, ‘मंत्री ने कहा कि दोहा ‘फैसले’ को फिर से नहीं खोला जाना चाहिए न ही दोहा विकास एजेंडे से मुद्दों को ‘चुन चुन कर उठाना’ चाहिए तथा न ही ऐसे नये मुद्दे इसमें शामिल किए जाने चाहिए जिनसे कुछ विकसित देशों के वाणिज्यिक हित सधते हों।’ उल्लेखनीय है कि दोहा दौर की बातचीत 2001 में शुरू हुई थी और यह जुलाई 2008 तक अटकी रही।

 

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