'दगाबाज' मालदीव के लिए भारत ने भेजी मदद, पीएम मोदी की मेहरबानी ने बिगाड़ दिया चीन का खेल
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'दगाबाज' मालदीव के लिए भारत ने भेजी मदद, पीएम मोदी की मेहरबानी ने बिगाड़ दिया चीन का खेल

मालदीव और भारत के संबंध किसी से छिपे नहीं है. लक्षद्वीप विवाद के बाद मालदीव ने भारत का खुलकर विरोध शुरू कर दिया. भारत और मालदीव के बीच बढ़ते तनाव का सीधा फायदा चीन को हो रहा है. चीन का मालदीव पर दबदबा बढ़ता जा रहा है. भारत के साथ विवाद बढ़ा तो चीन ने भी उसका पूरा फायदा उठाया.

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India-Maldives Row: मालदीव और भारत के संबंध किसी से छिपे नहीं है. लक्षद्वीप विवाद के बाद मालदीव ने भारत का खुलकर विरोध शुरू कर दिया. भारत और मालदीव के बीच बढ़ते तनाव का सीधा फायदा चीन को हो रहा है. चीन का मालदीव पर दबदबा बढ़ता जा रहा है. भारत के साथ विवाद बढ़ा तो चीन ने भी उसका पूरा फायदा उठाया. लेकिन अब चीन को झटका लगेगा. भारत ने मौके पर चौंका मारते हुए चीन की चाल का प्लान बिगाड़ दिया है. भारत ने मालदीव को लेकर ऐसी चाल चली कि चीन के मंसूबों पर पानी फिरने लगा है. 

मालदीव को लेकर भारत ने बदली चाल  

भारत ने मालदीव के साथ अपने संबंधों में तनाव के बावजूद बड़ा फैसला लिया है. भारत ने मोइज्जू सरकार के साथ संबंधों में खटास के बावजूद सामानों के निर्यात पर प्रतिबंध हटा दिया है. 'इंडिया आउट' के नारे लगाने वाले मोहम्मद मुइज्जू सरकार को उस वक्त बड़ी राहत मिली जब भारत ने निर्यात से प्रतिबंधों को हटा लिया. भारत विवाद के बावजूद मालदीव को जरूरी सामान भेजता रहेगा. मुइज्जू सरकार की अपील पर भारत 2024-25 के लिए मालदीव में जरूरी सामानों का निर्यात जारी रखेगा. खासबात ये है कि सामान की जो मात्रा तय की गई है वो 1981 के बाद सबसे ज्यादा होगी.  

मालदीव ने भारत को कहा थैंक्यू  

मालदीव ने आवश्यक वस्तुओं के निर्यात की अनुमति देने के लिए भारत का आभार जताया है. मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने कहा कि यह फैसला दीर्घकालिक द्विपक्षीय मित्रता और व्यापार एवं वाणिज्य को बढ़ाने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. भारत मालदीव को अंडे, आलू, प्याज, चावल, गेहूं का आटा, चीनी और दाल जैसी चीजें भेजते रहने का फैसला किया है. भारत ने साल 1981 में इस व्यवस्था के लागू होने के बाद से निर्यात के लिए स्वीकृत मात्रा सबसे अधिक हैं. मालदीव के विदेश मंत्री के पोस्ट पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत अपने पड़ोसियों को सर्वाधिक महत्व देने लिए प्रतिबद्ध है.  

भारत ने चीन के मंसूबों से फेरा पानी  

मालदीव के लिए भारत टूरिज्म के लिहाज से सबसे बड़ा रेवेन्यू सोर्स है. भारत के साथ विवाद के बाद मालदीव को भारतीय पर्यटकों से होने वाले रेवेन्यू से नुकसान उटाना पड़ा.  जिसके बाद चीन ने मालदीव के साथ दोस्ती की आड़ में इस माहौल का फायदा उठाने की कोशिश की. चीन की दखल से दोनों देशों के बीच संबंध और बिगड़ गए. मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू को चीन के सबसे बड़े समर्थक हैं. मुइज्जू के राष्ट्रपति बनने के बाद चीन की दखल बढ़ने लगी. मालदीव ने चीन के साथ सैन्य समझौता कर लिया. जिसके तहत मालदीव के द्वीप पर चीन को मिलिट्री इंफ्रा खड़ा करने की छूट मिल गई. चीन मालदीव को भारत के खिलाफ भड़काने का काम करता रहा है. मालदीव के रास्ते चीन भारत की सीमाओं तक अपनी पकड़ को मजबूत करने की कोशिश करता रहा है. जबकि भारत इसका विरोध करता रहा है. 

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