राज्यों के प्रदर्शन को मापेगा भारत नवप्रवर्तन सूचकांक
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राज्यों के प्रदर्शन को मापेगा भारत नवप्रवर्तन सूचकांक

विश्व आर्थिक मंच, नीति आयोग, विश्व बौद्धिक संपदा संगठन तथा कोरनेल यूनिवर्सिटी भारतीय नवप्रवर्तन सूचकांक तैयार करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। यह सूचकांक भारतीय राज्यों को नवप्रवर्तन की भावना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

दावोस : विश्व आर्थिक मंच, नीति आयोग, विश्व बौद्धिक संपदा संगठन तथा कोरनेल यूनिवर्सिटी भारतीय नवप्रवर्तन सूचकांक तैयार करने के लिए साथ मिलकर काम करेंगे। यह सूचकांक भारतीय राज्यों को नवप्रवर्तन की भावना को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।

नीति आयोग के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमिताभ कांत ने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मानना है कि प्रतिस्पर्धा और सहकारी संघवाद भारत की प्रगति के लिये महत्वपूर्ण हैं। यह सूचकांक राज्यों को एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करने में प्रोत्साहित करेगा तथा इससे समावेशी वृद्धि के लिये बेहतर नीति तैयार हो सकेगी।’ प्रत्येक भागीदार संगठन सूचकांक पर काम करने के लिये एक कार्यकारी समूह नामित करेगा। पहली रैकिंग नयी दिल्ली में 4-6 अक्तूबर 2017 को भारत आर्थिक शिखर सम्मेलन में जारी किये जाने की संभावना है।

विश्व आर्थिक मंच में भारत और दक्षिण एशिया के प्रमुख विराज मेहता ने कहा, ‘हम इस सूचकांक में सहयोग को लेकर उत्साहित हैं और विश्वास है कि यह भारत को नवपवर्तन वाली अर्थव्यवस्था में ले जा सकता है। हम जमीनी कारकों को चिहि्नत करना चाहते हैं जो नवप्रवर्तन क्षमता को प्रभावित करता है।’ विश्व बौद्धिक संपदा संगठन के महानिदेशक फ्रांसिस गुरी ने कहा, ‘हम इस मामले में सहयोग को लेकर उत्साहित हैं और उम्मीद है कि इससे वैश्विक नवप्रवर्तन सूचकांक के लिये नये आंकड़े एकत्रित हो सकेंगे।’

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