असम में बनेगा देश का पहला Multimodal logistic park, देखिए क्या होगा फायदा
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असम में बनेगा देश का पहला Multimodal logistic park, देखिए क्या होगा फायदा

असम को मोदी सरकार ने नई सौगात दी है. देश का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (Multi modal park) असम में बनाया जाएगा, आज सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस योजना की आधारशिला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी. देश में कुल 25 Multi modal logistic parks बनाए जाएंगे.

असम में बनेगा देश का पहला Multimodal logistic park, देखिए क्या होगा फायदा

नई दिल्ली: असम को मोदी सरकार ने नई सौगात दी है. देश का पहला मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क (Multi modal park) असम में बनाया जाएगा, आज सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने इस योजना की आधारशिला वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रखी. देश में कुल 25 Multi modal logistic parks बनाए जाएंगे. असम में बनने वाले Multimodal logistics park पर कुल 694 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 

सभी मोड से कनेक्टिविटी 

मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क को भारतमला परियोजना (Bharatmala Pariyojana) के तहत बनाया जाएगा. इस लॉजिस्टिक पार्क से सड़क, रेल, जल और हवाई यातायत की सीधी कनेक्टिविटी होगी. इस मल्टी मॉडल पार्क से असम समेत उत्तर पूर्वी राज्यों में न सिर्फ पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि प्रदेश और देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी.

लॉजिस्टिक पार्क की आधारशिला रखने के बाद नितिन गडकरी ने कहा कि असम सरकार को टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए सी-प्लेन चलाने पर विचार करना चाहिए. इस कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री सर्बनंदा सोनावाल, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह और वीके सिंह भी मौजूद रहे. 

Multi modal logistic parks से क्या होगा फायदा

सरकार Logistics Efficiency Enhancement Program (LEEP) के तहत देश के कई हिस्सों में ऐसे लॉजिस्टिक पार्क बना रही है. इस योजना से देश के लॉजिस्टिक सेक्टर को नई ताकत मिलेगी. इस योजना के पूरा होने के बाद असम से देश के बाकी हिस्सों की कनेक्टिविटी सुधर जाएगी. देश-विदेश की कंपनियां असम के जोगीघोपा में कारोबार करने के लिए आएंगी.

इसके साथ ही इस इलाके को लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे और देश की अर्थव्‍यवस्‍था को सहारा मिलेगा. इस पार्क से लोगों के साथ ही सामान की आवाजाही भी बहुत आसान हो जाएगी. 

इस योजना के शुरू होने के बाद लॉजिस्टिक सेक्टर की लागत में कमी आएगी, उनका वेयरहाउस का खर्चा भी कम होगा. गाड़ियों से फैलने वाला प्रदूषण कम होगा और कंजेशन में भी कटौती होगी. भारत में अभी लॉजिस्टिक कॉस्ट दूसरे देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है. भारत में लॉजिस्टिक कॉस्ट सामान की कुल वैल्यू का 13 परसेंट होता है, जबकि दूसरी अर्थव्यवस्थाओं में ये सिर्फ 8 परसेंट ही है. 

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