जेट एयरवेज में छंटनी जारी, खर्च में कमी लाने के लिए 16 और कर्मचारियों को निकाला
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जेट एयरवेज में छंटनी जारी, खर्च में कमी लाने के लिए 16 और कर्मचारियों को निकाला

वित्तीय संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने लागत में कटौती के लिए कर्मचारियों की छंटनी जारी रखी है.

जेट एयरवेज फिलहाल ज़बरदस्त नकदी संकट से गुज़र रही है..(फाइल फोटो)

मुंबई: वित्तीय संकट से जूझ रही विमानन कंपनी जेट एयरवेज ने लागत में कटौती के लिए कर्मचारियों की छंटनी जारी रखी है. एक सूत्र ने सोमवार को बताया कि कंपनी ने 16 और कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक, कंपनी आगे भी छंटनी जारी रखेगी.

इससे पहले, कंपनी पिछले महीने कुछ वरिष्ठ अधिकारियों समेत 20 कर्मचारियों को निकाल चुकी है. ऐसा समझा जाता है कि इससे पहले भी कंपनी इंजीनियरिंग, सुरक्षा और बिक्री समेत विभिन्न विभागों के 15 प्रबंधकीय स्तर के कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने को कह चुकी है. सूत्र ने कहा कि अभी निकाले गये 16 कर्मचारी कंपनी के कोच्चि और हैदराबाद कार्यालय में ग्राउंड स्टाफ के तौर पर काम कर रहे थे.

उसने कहा, "कंपनी विभिन्न विभागों के कर्मचारियों की छोटे समूहों में छंटनी जारी रखेगी. कंपनी ने पहले ही हैदराबाद कार्यालय बंद कर दिया है जिसमें चार-पांच कर्मचारी काम कर रहे थे. पिछले सप्ताह कंपनी ने कोच्चि कार्यालय में काम कर रहे कुछ कर्मचारियों को नौकरी छोड़ने के लिये कहा था. कुल मिलाकर कंपनी ने इन दो कार्यालयों से 16 कर्मचारियों को निकाला है." 

कंपनी के एक प्रवक्ता ने इस बारे में प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "जेट एयरवेज ने अपने कारोबार की दक्षता, उत्पादकता और आर्थिक प्रदर्शन को बेहतर करने के लिये कई नई मुहिम शुरू की हैं." कंपनी के पास 124 विमानों का बेड़ा है और करीब 16 हजार कर्मचारी हैं. 

पिछले हफ्ते रद्द करनी पड़ी थी 10 घरेलू उड़ानें
पिछले हफ्ते मुंबई में जेट एयरवेज को 10 घरेलू उड़ानें रद्द करना पड़ा था. एयरलाइन सूत्रों ने दावा किया था कि ऐसा पायलटों की कमी के कारण हुआ. जेट एयरवेज ने कहा कि 'संचालन संबंधी मुद्दों' के कारण छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (सीएसएमआईए) से उड़ानें रद्द की गईं.
 
भारी आर्थिक संकट से गुजर रही है जेट एयरवेज
जेट एयरवेज फिलहाल ज़बरदस्त नकदी संकट से गुज़र रही है. लगातार हर तिमाही में घटा दिख रहा है. कंपनी पायलटों और अन्य कर्मियों का तय समय पर वेतन नहीं दे पा रही है. इस बार सितंबर में समाप्त तिमाही में जेट एयरवेज को 1,261 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है. एक साल पहले समान तिमाही में उसने 71 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया था. यह लगातार तीसरी तिमाही है जबकि जेट एयरवेज को घाटा हुआ है.

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