डेबिट कार्ड फ्रॉड का शिकार हुई महिला, विदेशी आरोपी को पकड़ किया पुलिस के हवाले
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डेबिट कार्ड फ्रॉड का शिकार हुई महिला, विदेशी आरोपी को पकड़ किया पुलिस के हवाले

आमतौर पर ऐसा फिल्मों या जासूसी टीवी सीरियल में होता है. लेकिन मुंबई में एक बैंक कर्मचारी ने लेडी जासूस बनकर जिस तरह एक विदेशी आरोपी को पकड़ा वो किसी फिल्मी कहानी से कम दिलचस्प नहीं है.

डेबिट कार्ड फ्रॉड का शिकार हुई महिला, विदेशी आरोपी को पकड़ किया पुलिस के हवाले

नई दिल्ली : आमतौर पर ऐसा फिल्मों या जासूसी टीवी सीरियल में होता है. लेकिन मुंबई में एक बैंक कर्मचारी ने लेडी जासूस बनकर जिस तरह एक विदेशी आरोपी को पकड़ा वो किसी फिल्मी कहानी से कम दिलचस्प नहीं है. मुंबई के गोरेगांव में रहने वाली विनीता अय्यर 18 जुलाई को अपने बैंक का काम खत्म करने के बाद भिवंडी में मां से मिलने जा रही थी. तभी एक के बाद एक उसके पास चार मैसेज आए कि उनके डेबिट कार्ड से पैसे निकाल लिए हैं. वो हैरान रह गई क्योंकि उनका डेबिट कार्ड तो घर पर पड़ा था. ये पैसे बांद्रा के बैंक ऑफ इंडिया की एटीएम से निकाले गए थे.

पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में आनाकानी की
अगले दिन वो बांद्रा पुलिस थाने पहुंची और एफआईआर दर्ज करवाई. पहले तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने में ही आनाकानी की. लेकिन जोर देने पर शिकायत तो ले ली लेकिन केस को साल्व करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया. विनीता ने पुलिस ऑफिसर को कहा कि वो बांद्रा में उस एटीएम की जांच करे जहां से पैसे निकाले गए थे. लेकिन जब 48 घंटों तक भी कुछ नहीं हुआ तो विनीता ने इस केस की इन्वेस्टिगेशन खुद करने का फैसला किया.

पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज को खुद खंगाला
पेशे से बैंक कर्मचारी विनीता को इसका कोई अनुभव नहीं था. लेकिन वो बांद्रा में उस एटीएम पर पहुंची जहां से पैसे निकाले गए थे. पास में ही एक पेट्रोल पंप और गैरेज था जहां के सीसीटीवी फुटेज की जांच खुद विनीता ने की. सीसीटीवी फुटेज की जांच, गैरेज वालों और पेट्रोल पंप के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि जिस वक्त विनीता के खाते से पैसे निकाले गए थे उस वक्त एक विदेशी एटीएम में घुसा था. विनीता को उम्मीद थी कि वो शख्स फिर पैसे निकालने के लिए आ सकता है.

आरोपी ने अकाउंट से फिर निकाले 20 हजार
इसी उम्मीद में विनीता और उसका पति सचिन वहां डटे रहे. कुछ देर बाद एक विदेशी शख्स फिर एटीएम में घुसा और उसने विनीता के खाते से 20,000 रुपये निकाले. विनीता फौरन अलर्ट हो गई. गैरेज वालों और पेट्रेल पंप कर्मचारियों की मदद से विनीता ने उस संदिग्ध को पकड़ बांद्रा पुलिस के हवाले कर दिया. पूछताछ में सामने आया कि वो बुल्गारिया का रहने वाला है और उसका नाम मिलान इवानो द्वारानसकी (Milan Evano Dwaranaski) है.

पुलिस को उसके पास से 15 सफेद प्लेन प्लास्टिक कार्ड मिले हैं. पुलिस को शक है कि उसने विनीता के डेबिट कार्ड की डिटेल्स चुराकर उसके खाते से पैसे निकाले हैं. पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि उसने और कितने लोगों को फ्राड का शिकार बनाया है. इस पूरे मामले में विनीता ने जिस सूझबूझ के साथ आरोपी को पकड़ा है उसकी हर कोई तारीफ कर रहा है.

(इनपुट : विनय तिवारी)

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