Lakshadweep Vs Maldives: मालदीव Vs लक्षद्वीप विवाद में जीत हासिल करने के लिए लक्षद्वीप को कई चुनौतियों से पार पाना होगा. बेहतर कनेक्टिविटी और इंफ्रास्ट्रक्चर में अगर सुधार कर दिया जाए तो मालदीव को चुनौती देना आसान हो जाएगा.
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Lakshadweep Vs Maldives: पीएम मोदी की तस्वीरों से उठे मालदीव Vs लक्षद्वीप विवाद इतना बढ़ा कि मालदीव की अर्थव्यवस्था हिल गई. सोशल मीडिया पर 'बायकॉट मालदीव' ट्रेंड करने लगा तो वहीं लोगों ने 'चलो लक्षद्वीप' का कैंपेन शुरू कर दिया. पीएम मोदी ने लोगों ने लक्षद्वीप जाने की अपील की तो वहां जाने वालों का हुजूम पहुंचने लगा. तेजी भी ऐसी कि मार्च 2024 तक की फ्लाइट टिकटों की बुकिंग फुल हो गई. हालांकि मालदीव को टक्कर देने के लिए लक्षद्वीप के सामने कई चुनौतियां हैं. जिसे पार पाए बिना वो मालदीव की माया को खत्म नहीं कर पाएगा.
लक्षद्वीप के सामने चुनौती
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक लक्षद्वीप जाने वाली फ्लाइट की बुकिंग मार्च 2024 तक फुल हो चुकी है. बड़ी संख्या में पर्यटकों को संभालने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन के सामने कई चुनौतियां है, जिसे पार पाए बिना वो मालदीव को चुनौती नहीं दे सकेगा. टूरिज्म के लिए बेहतर कनेक्टिविटी और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर जरूरी है. इस मामले में लक्षद्वीप पिछड़ रहा है. साल 2020 में आए लक्षद्वीप टूरिज्म पॉलिसी के मुताबिक खराब कनेक्टिविटी, ठहरने की सही व्यवस्था न होना, सही इंटरनेट कनेक्टिविटी का अभाव, पीने के पानी की किल्लत, बुनियादी जरूरतों, बिजली आपूर्ति और खराब मार्केटिंग की कमी के चलते पर्यटक लक्षद्वीप से दूरी बनाते हैं.
फ्लाइट संख्या बढ़ाने पर जोर
द्वीप की कनेक्टिविटी की समस्या को ठीक करने के लिए प्रशासन और सरकार ने कोशिशें तेज कर दी है. वर्तमान में लक्षद्वीप के लिए सिर्फ एक डेली फ्लाइट है, जो कि मार्च तक के लिए पूरी तरह से बुक हो चुकी है. जहां मालदीव के लिए देश के कई शहरों से हर हफ्ते 60 फ्लाइट्स है, वहीं लक्षद्वीप जाने के लिए सिर्फ एक ही फ्लाइट अलायंस एयर है, जो कोच्चि से अगाती के लिए उड़ान भरती है. 70 सीटर टर्बोप्रॉप एटीआर-72 एयरक्राफ्ट पर्यटकों की बड़ी संख्या को संभालने में फिलहाल सक्षम नहीं है. इसे देखते हुए एयरलाइन ने कहा है कि फ्लाइट्स की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रही है.अगाती एयरपोर्ट पर मौजूदा रनवे को बढ़ाने के साथ-साथ नए एयरपोर्ट का ऐलान किया गया है, ताकि टूरिस्टों को आने-जाने में परेशानी न हो. बेहतर कनेक्टिविटी के लिए मेंगलुरु से लक्षद्वीप के लिए पैसेंजर शिप सर्विस चलाने की योजना है.
ऑनलाइन एंट्री परमिशन
लक्षद्वीप टूरिस्ट फ्रेंडली बनाने के लिए सरकार और लक्षद्वीप प्रशासन ने कोशिशों को तेज कर दिया है. द्वीप की यात्रा को आसान बनाने के लिए कई उपाय किए गए हैं. लक्षद्वीप आने के लिए अनिवार्य परमिट को पूरी तरह ऑनलाइन कर दिया गया है. पर्यटकों के कुछ इलाकों में जाने पर लगी पाबंदी को हटा दी गई है. आपको बता दें कि लक्षद्वीप जाने के लिए विदेशी हो या भारतीय एंट्री परमिशन लेनी पड़ती है. पहले ये परमिशन बैंकों और फिर चालान जमा करने पर मिलता था, लेकिन अब इसे ऑनलाइन कर दिया गया है.
ठहरने की व्यवस्था का इंतजाम
लक्षद्वीप में पर्यटकों के ठहरने के लिए सही से इंतजाम हो सके, इसलिए लिए नए रिसॉर्ट और होटल बनाए जा रहे है. सुहेली और कामत द्वीपों पर प्रीमियम रिजॉर्ट्स, अगाती और कवारत्ती द्वीपों पर नई टेंट सिटीज बनाई जा रही है. बिजली आपूर्ति को पूरा करने के लिए सौलर प्लांट लगाए जा रहे हैं. पीने के पानी के लिए वॉटर हार्वेस्टिंग प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है.