एलएंडटी को Q3 में 48% का शुद्ध लाभ, कुल इनकम 18161 करोड़ रुपए
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एलएंडटी को Q3 में 48% का शुद्ध लाभ, कुल इनकम 18161 करोड़ रुपए

समीक्षाधीन अवधि में एकल आधार पर कंपनी के मुनाफे में 30.79 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और यह 1,221.89 करोड़ रुपये रही है.

एलएंडटी को Q3 में 48% का शुद्ध लाभ, कुल इनकम 18161 करोड़ रुपए

नई दिल्ली: बुनियादी ढांचा क्षेत्र की कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) का एकीकृत शुद्ध लाभ 31 दिसंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 48.41 प्रतिशत बढ़कर 1,618 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी ने 1,090 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था. बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि तिमाही के दौरान उसकी कुल आय 9.03 प्रतिशत बढ़कर 28,960.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो एक साल पहले समान तिमाही में 26,561.25 करोड़ रुपये थी. तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 6.17 प्रतिशत बढ़कर 26,420.43 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले समान तिमाही में 24,882.85 करोड़ रुपये पर था.

  1. तिमाही के दौरान कुल आय 28,960.36 करोड़ रुपये पर पहुंच गई.
  2. तिमाही के दौरान कंपनी का कुल खर्च 26,420.43 करोड़ रुपये रहा,
  3. जो एक साल पहले समान तिमाही में 24,882.85 करोड़ रुपये पर था.

समीक्षाधीन अवधि में एकल आधार पर कंपनी के मुनाफे में 30.79 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई है और यह 1,221.89 करोड़ रुपये रही है. वहीं, कंपनी की कुल आय 10.24 फीसदी बढ़कर 18,161.95 करोड़ रुपये रही. कंपनी ने कहा कि उसके निदेशक मंडल ने "एलएंडटी फायनेंस होल्डिंग्स द्वारा प्रस्तावित इक्विटी शेयरों को तरजीही आधार पर 20,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि तक सदस्यता को मंजूरी दे दी है."

लार्सन एंड टूब्रो, दो वरिष्ठ अधिकारियों ने सेबी के साथ मामले का निपटान किया
वहीं दूसरी ओर इंजीनयरिंग कंपनी लार्सन एंड टूब्रो और उसके गैर-कार्यकारी चेयरमैन ए एम नाइक के साथ-साथ निदेशक शैलेन्द्र राय ने 10 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कर बाजार नियामक सेबी के साथ मामले का निपटान कर लिया है. यह मामला भेदिया कारोबार नियमों के विलम्ब से अनुपालन की जांच से जुड़ा है. हालांकि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने मामले का ब्योरा नहीं दिया.

सेबी ने निपटान आदेश में कहा कि भेदिया कारोबार नियमों के अनुपालन को लेकर मामले का निपटान कर दिया गया है. इस मामले के निपटान के लिये सेबी से संपर्क किया था. सेबी की उच्च अधिकार प्राप्त परामर्श समिति ने 10.27 करोड़ रुपये के भुगतान के साथ निपटान की सिफारिश की. इसके तहत लार्सन एंड टूब्रो ने दो लाख रुपये, नाइक ने 4.72 लाख रुपये तथा राय ने 3.54 लाख रुपये का भुगतान किये.

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