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नई दिल्ली: Public Provident Fund Latest Interest Rate: अगर आप भी निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है. निवेश के लिए Public Provident Fund (PPF) पसंदीदा विकल्पों में से एक है, जिसमें बेहतर रिटर्न के साथ ही टैक्स की बचत भी होती है. लेकिन, निवेश का गलत तरीका अपनाने के कारण लोग इसका पूरा फायदा नहीं उठा पाते.
ऐसे में, अगर आपको ये पता चला जाए कि PPF पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है तो आप ज्यादा से ज्यादा ब्याज हासिल कर सकते हैं और रिटर्न की रकम कई गुना बढ़ सकती है.
पिछले साल सरकार ने छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में भारी कटौती की थी. PPF पर ब्याज दरें भी 7.1 परसेंट पर हैं. आपको बता दें कि छोटी बचत योजनाओं और PPF पर मिलने वाले ब्याज की समीक्षा हर तिमाही होती है. इन ब्याज दरों का महंगाई की दर पर बड़ा असर पड़ता है.
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PPF पर हर महीने ब्याज की गणना होती है, लेकिन ये खाते में वित्त वर्ष के अंत में क्रेडिट किया जाता है. यानी हर महीने जो भी ब्याज आप कमाते हैं वो 31 मार्च को आपके PPF खाते में डाल दिया जाता है. हालांकि PPF खाते में पैसा कब जमा करना है इसकी कोई तय तारीख नहीं है. आप मासिक, तिमाही, छमाही और सालाना तौर पर PPF में पैसा जमा कर सकते हैं.
चलिए अब बताते हैं कि ब्याज की गणना कैसे होती है. PPF पर ब्याज की गणना हर महीने की 1 तारीख से लेकर 5 तारीख तक खाते में मौजूद रकम पर होती है. यानी अगर आपने किसी महीने की 5 तारीख तक PPF खाते में पैसा डाल दिया तो उस पैसे पर उसी महीने ब्याज मिल जाएगा, लेकिन अगर आपने 5 तारीख के बाद यानी मान लीजिए 6 तारीख को पैसा जमा किया तो जमा की गई रकम पर ब्याज अगले महीने मिलेगा.
इस PPF कैलकुलेशन का एक आसान से उदाहरण से समझते हैं. जिससे आपको ये पता चल जाएगा कि कैसे सही समय पर पैसा निवेश करके ज्यादा ब्याज पा सकते हैं.
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उदाहरण नंबर -1
मान लाजिए आपने 5 अप्रैल को अपने खाते में 50,000 रुपये जमा किए, 31 मार्च तक आपके खाते में पहले से ही 10 लाख रुपये मौजूद है. 5 अप्रैल से लेकर 30 अप्रैल तक आपके PPF खाते में कुल रकम हुई 10,50,000 रुपये, जो कि मिनिमम बैलेंस है. तो इस पर 7.1 परसेंट के हिसाब से मासिक ब्याज हुआ - (7.1%/12 X 1050000) = 6212 रुपये
उदाहरण नंबर-2
अब मान लीजिए आपने 50000 रुपये की रकम 5 अप्रैल तक जमा नहीं की और इसके बाद 6 अप्रैल को जमा की. 5 अप्रैल से 30 अप्रैल तक आपके खाते में मिनिमम बैलेंस रहेगा 10 लाख रुपये. इस पर 7.1 परसेंट के हिसाब से मासिक ब्याज कितना हुआ
(7.1%/12 X 10,00,000) = 5917 रुपये
सोचिए, निवेश की राशि 50,000 ही है, लेकिन जमा करने के तरीके से ब्याज में फर्क आ गया. ऐसे में अगर आप PPF में अपने पैसे पर ज्यादा से ज्यादा ब्याज चाहते हैं तो इस ट्रिक को ध्यान में रखें और महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें ताकि आपको उस महीने का ब्याज जरूर मिल जाए.
एक्सपर्ट ये भी सलाह देते हैं कि PPF पर 1.5 लाख के निवेश पर टैक्स छूट मिलती है, इसलिए अगर आप ये टैक्स छूट लेना चाहते हैं तो 1.5 लाख की पूरी रकम नया वित्त वर्ष शुरू होते ही 1 अप्रैल से 5 अप्रैल के बीच ही जमा कर दें. अगर आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो हर महीने की 5 तारीख तक पैसा जमा कर दें.