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अस्ताना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसाधन से मालामाल कजाकस्तान के सरकारी संपत्ति कोष के साथ-साथ वहां कंपनियों को भारत के अक्षय उर्जा, विनिर्माण तथा स्मार्ट सिटी परियोजना में निवेश का आज न्यौता दिया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के व्यवसायी अंतरिक्ष, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य तथा बुनियादी ढांचा क्षेत्र में साथ काम कर सकते हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत-कजाकस्तान भागीदारी दोनों के लिये ‘फायदे’ का सौदा है।
कजाकस्तान और भारत के सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारियों) तथा उद्योगपतियों की गोलमेज बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही। मोदी इस समय मध्य एशिया तथा रूस की यात्रा पर हैं। उन्होंने कहा, मुझे विश्वास है कि सरकारी संपत्ति कोष तथा आपकी कंपनियां इन क्षेत्रों में निवेश कर सकती हैं। उनके पास विनिर्माण क्षेत्र में गुजाइंश है जो भारत के लिये बड़ी जरूरत है।
प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि पूरी दुनिया के लिये पर्यावरण बड़ी चिंता का विषय बन गया है। उन्होंने कहा, भारत इस मुद्दे का सक्रियता से समाधान की कोशिश कर रहा है। 175 गीगावाट अक्षय उर्जा की योजना बनायी गयी है। इसमें 100 गीगावाट सौर उर्जा से तथा 75 गीगावाट पवन तथा अक्षय उर्जा के अन्य स्रोतों से उत्पादन करने का लक्ष्य है। यह बड़ा महत्वकांक्षी कार्यक्रम है जो निवेश के अवसरों की पेशकश कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कजाकस्तान की कंपनियों को ‘मेक इन इंडिया’ अभियान में शामिल होने का भी न्यौता दिया। उन्होंने उन्हें विनिर्माण क्षेत्र खासकर रेलवे तथा स्मार्ट सिटी परियोजनाओं में भाग लेने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा, हम आपको मेक इन इंडिया के लिये आमंत्रित करते हैं। आपके पास कच्चा माल, संसाधन है और भारत के पास युवा शक्ति है। आप इसमें शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल राष्ट्रपति एन नजरबायेब के नुर्ली जोल कार्यक्रम से पूरी तरह मेल खाता है।
मोदी ने कहा कि दोनों देशों के व्यवसायी हाइड्रो-कार्बन, अंतरिक्ष, साइबर सुरक्षा, स्वास्थ्य, बुनियादी ढांचा तथा खनिज के क्षेत्र में साथ मिलकर काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा, हमने 100 स्मार्ट शहर बनाने का कार्यक्रम बनाया है। इसमें उनकी रूचि होगी जो शहरी क्षेत्रों तथा बुनियादी ढांचे में काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, जितना आपका सहयोग बढ़ेगा, उतना ही हमारे देश को लाभ होगा। मोदी ने कहा, जैसा कि आपने 20 साल में अस्ताना को बदला है, आप स्मार्ट शहरों के विकास में मदद कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को संपर्क सुधारने के लिये साथ काम करना है और प्रौद्योगिकी तथा प्रशिक्षण पर जोर देना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि कजाकस्तान भारत की आईटी क्षेत्र में ताकत से लाभान्वित हो सकता है।
भारत-कजाकस्तान व्यापार मंच की बैठक में पांच समझौते पर हस्ताक्षर किये गये है। इसमें नेशनल कंपनी ‘कजाकस्तान तेमीर जोली’ जेएससी तथा स्पेशल इकोनामिक जोन अदाणी पोर्ट्स के बीच रेल क्षेत्र में सहयोग के लिये सहमति पत्र पर हस्ताक्षर शामिल है। सामरूक काजनया जेएससी तथा भेल ने बिजली क्षेत्र में एमओयू पर दस्तखत किये जबकि इनवेस्ट इंडिया तथा नेशनल एक्सपोर्ट एंड इनवेस्टमेंट एजेंसी काजनेक्स इनवेस्ट ने द्विपक्षीय निवेश को बढ़ावा देने की रूपरेखा पर हस्ताक्षर किये।
साथ ही कृषि क्षेत्र में सहयोग के लिये भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईएआरआई) तथा काज एग्रो इनोवेशन जेएससी ने कार्ययोजना पर हस्ताक्षर किये। इसके अलावा द्विपक्षीय व्यापार परिषद की स्थापना के लिये भारतीय उद्योग मंडल फिक्की तथा चैंबर आफ इंटरनेशनल कामर्स के बीच समझौते हुए।