जानना जरूरी है: छोटी योजनाओं पर घटकर अब कितना हो गया है ब्याज?
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जानना जरूरी है: छोटी योजनाओं पर घटकर अब कितना हो गया है ब्याज?

सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर ब्याज दर को 8.7 फीसदी से कम कर 8.1 प्रतिशत करने के साथ अधिकांश लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर दी। पीपीएफ के साथ ही किसान विकास-पत्र पर ब्याज दर  8.7 प्रतिशत से कम कर 7.8 प्रतिशत कर दी गई है। इसके साथ ही डाकघर सावधि जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी कम की गई हैं जो 1 अप्रैल से प्रभावी होगी।

फाइल फोटो (प्रतीकात्मक)

नई दिल्ली: सरकार ने लोक भविष्य निधि (पीपीएफ) पर ब्याज दर को 8.7 फीसदी से कम कर 8.1 प्रतिशत करने के साथ अधिकांश लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती कर दी। पीपीएफ के साथ ही किसान विकास-पत्र पर ब्याज दर  8.7 प्रतिशत से कम कर 7.8 प्रतिशत कर दी गई है। इसके साथ ही डाकघर सावधि जमा योजनाओं की ब्याज दरें भी कम की गई हैं जो 1 अप्रैल से प्रभावी होगी।

सरकार ने 16 फरवरी 2016 को हर तिमाही ब्याज दरें संशोधित करने का फैसला किया था। इसका मकसद इन्हें बाजार में प्रचलित दरों के करीब रखना है। सरकार का कहना है कि नए कदम से पूरी इकोनॉमी में ब्याज दरें नीचे आएंगी। इससे कम आय वर्ग और वेतनभोगी लोगों को फायदा होगा। वित्त मंत्रालय ने 1 अप्रैल 2016 से लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दर की तिमाही आधार पर समीक्षा करने का निर्णय लिया था ताकि इन्हें सरकारी प्रतिभूतियों पर मिलने वाली बाजार दर के अनुरूप बनाया जा सके।

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खास बातें

-पीपीएफ पर 1 अप्रैल से 30 जून तक 8.1 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलेगा। अभी इस पर ब्याज की दर 8.7 फीसदी है।
-किसान विकास पत्र पर ब्याज की दर 8.7 फीसदी की जगह 7.8 फीसदी होगी। किसान विकास पत्र पर अभी 100 महीने में पैसा दोगुना होता है।
-बैंकों के लिए भी बचत खाते पर न्यूनतम ब्याज दर 4 फीसदी ही है।
-अभी एक साल, दो साल और तीन साल के सावधि जमा, किसान विकास-पत्र तथा पांच साल के आवर्ती जमा पर समकालिक सरकारी प्रतिभूति की तुलना में 0.25 प्रतिशत ज्यादा ब्याज मिलता है। 1 अप्रैल से इन पर यह सुविधा समाप्त हो जाएगी।
-एक वर्ष की डाकघर जमा योजना पर ब्याज को 8.4 प्रतिशत से कम कर 7.1 प्रतिशत और दो वर्ष की डाकघर जमा योजना पर मिलने वाले ब्याज को 8.4 प्रतिशत से कम कर 7.2 प्रतिशत कर दिया गया है।
अब घटकर इतना मिलेगा ब्याज

एफडी/रेकरिंग :  इस समय एक, दो और तीन साल की एफडी यानी फिक्सड डिपोजिट पर 8.4 फीसदी ब्याज मिलता है। 1 अप्रैल से एक साल की एफडी पर 7.1%, दो साल पर 7.2% और तीन साल पर 7.4% ब्याज मिलेगा। पांच साल की एफडी पर ब्याज 8.5 से घटकर 7.9% रह गया है। पांच साल के रेकरिंग पर ब्याज 8.4 फीसदी से घटकर 7.4 फीसदी रह गई है।

एनएससी : 5 साल की एनएससी पर 8.5 फीसदी की जगह अगले महीने से 8.1 फीसदी ब्याज मिलेगा। पांच साल वाली मासिक आय योजना पर भी ब्याज की दर 8.4 फीसदी से घटकर 7.8 फीसदी रह जाएगी।

सुकन्या समृद्धि योजना : बेटियों के लिए सुकन्या समृद्धि और वरिष्ठ नागरिकों की बचत योजना अब भी सबसे ज्यादा ब्याज वाली स्कीम रहेंगी। सुकन्या योजना पर 1 अप्रैल से 8.6 फीसदी ब्याज मिलेगा, जो अभी 9.2 फीसदी है। वरिष्ठ नागरिकों को 9.3 फीसदी की जगह 8.6 फीसदी ब्याज दिया जाएगा।

 

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