पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा हवाई क्षेत्र पर फरवरी से प्रतिबंध लगाने के कारण उसे 8.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.
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करांची : पाकिस्तान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण (सीएए) द्वारा हवाई क्षेत्र पर फरवरी से प्रतिबंध लगाने के कारण उसे 8.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ है. पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है. पाकिस्तान के विमानन मंत्री गुलाम सरवर खान ने कहा, 'यह हमारे विमानन उद्योग के लिए बहुत बड़ा नुकसान है.' खान ने आगे कहा, 'लेकिन इस प्रतिबंध से पाकिस्तान से ज्यादा भारत प्रभावित हुआ है. भारत को लगभग दोगुना नुकसान हुआ है. लेकिन, इस मोड़ पर दोनों तरफ से शांति और सामंजस्य आवश्यक है.
बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद लगाई थी रोक
इससे पहले पाकिस्तान ने सिविल एविएशन ट्रैफिक के लिए अपना एयरस्पेस को मंगलवार सुबह खोल दिया. पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने एयर स्पेस पर फरवरी में बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद रोक लगा दी थी. पड़ोसी मुल्क की तरफ से रोक हटाने के बाद अब इंडियन प्लेन पाकिस्तान के वायु क्षेत्र से होकर जा सकेंगे. इससे भारतीय एयरलाइन को काफी फायदा होगा, अभी तक भारतीय विमानों को काफी घूमकर सफर तय करना पड़ता था. लेकिन अब यूरोप के कई देशों तक पहुंचने का रास्ता पहले के मुकाबले काफी छोटा हो जाएगा.
विमानन कंपनियों का तेल खर्च काफी बढ़ा
पाकिस्तान काफी महत्वपूर्ण एविएशन कॉरिडोर के बीच में आता है. ऐसे में पश्चिम की ओर जाने वाले कई विमानों को इसी रास्ते से होकर जाना पड़ता है. इससे सैकड़ों की संख्या में यात्री और मालवाहक विमान पाकिस्तान के ऊपर से गुजरते हैं. पाकिस्तान की तरफ से एयर स्पेस बंद करने से विमानों को यूरोपीय देशों के लिए काफी घूमकर जाना पड़ता था. इससे कंपनियों का तेल खर्च काफी बढ़ गया था. गौरतलब है कि विमानों को उड़ने की अनुमति देने के बदले में पाकिस्तान को प्रति उड़ान औसतन 500 डॉलर मिलते थे.