क्रेडिट कार्ड यूजर्स भूलकर भी न करें ये 5 गलतियां, वरना बिल भर-भरकर हो जाएंगे बेहाल
नई दिल्ली: क्रेडिट कार्ड आज के दौर की ऐसी जरूरत है जिसे कि लोग चाहकर भी नजरअंदाज नहीं कर पाते हैं. वैसे तो क्रेडिट कार्ड ज्यादा यूज करने पर तमाम डिस्काउंट और रिवॉर्ड प्वाइंट्स आदि मिल जाते हैं. लेकिन अधिकतर क्रेडिट कार्ड यूजर्स कुछ मामूली सी गलतियां कर बैठते हैं जिसकी वजह से उनका बिल लंबा बैठ जाता है. इसके अलावा कुछ और कारणों से यूजर्स का सिबिल स्कोर (Cibil Score) भी खराब हो जाता है. आइए समझते हैं कि क्रेडिट कार्ड यूजर्स को किन गलतियों से बचना चाहिए.
भूलकर भी न निकालें एटीएम से कैश
अगर आप क्रेडिट कार्ड यूज करते हैं तो हमेशा क्रेडिट कार्ड से एटीएम के जरिए कैश निकालने से बचें. वैसे तो हर क्रेडिट कार्ड कंपनी आपको कार्ड बेचते टाइम यह जरूर बताती है कि यूजर्स उस कार्ड से एटीएम के जरिए कैश भी निकाल सकते हैं. लेकिन यहां गौर करने वाली बात ये है कि क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर आपको करीब 30-45 दिन का वक्त मिलता है. वहीं दूसरी ओर कैश पर आपको भुगतान के लिए कोई वक्त नहीं मिलता, बल्कि कैश निकालने के तुरंत बाद से आप पर ब्याज लगना शुरू हो जाता है. यह ब्याज भी 2.5 से 3.5 % प्रति महीना हो सकता है. इतना ही नहीं, इस पर आपको फ्लैट ट्रांजेक्शन टैक्स (Flat Transaction Tax) भी देना होगा.
इंटरनेशनल ट्रांजेक्शन से बचें
अगर आपका क्रेडिट कार्ड आपको विदेश में भी इस्तेमाल की अनुमति देता है तो आप इसके इस्तेमाल से बचें. विदेशों में क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने पर फॉरेन करंसी ट्रांजेक्शन फीस चुकानी होती है. वहीं एक्सचेंड रेट (Exchanged Rate) में उतार-चढ़ाव का भी असर पड़ता है. अगर आप विदेश में कैश नहीं इस्तेमाल करना चाहते हैं तो क्रेडिट कार्ड की जगह प्रीपेड कार्ड इस्तेमाल करें.
30% से ज्यादा न करें इस्तेमाल
क्रेडिट कार्ड मिलने पर लोग इसे बेहिसाब इस्तेमाल करने लगते हैं. ऐसे में उन्हें यह भी याद नहीं रहता कि वह अपनी क्रेडिट लिमिट से भी अधिक पैसे क्रेडिट कार्ड से खर्च कर चुके हैं. ऐसे में ध्यान रखें कि अगर आप अपनी लिमिट से ज्यादा खर्च कर देते हैं तो कंपनी आप पर इसके लिए चार्ज भी लगाती है. इसके अलावा बहुत कम लोग इस बात को जानते हैं कि अगर यूजर अपनी लिमिट का 30% से अधिक इस्तेमाल कर ले तो इसका सिबिल स्कोर पर बुरा असर पड़ता है.
बिल भरते टाइम ध्यान रखें ये बातें
क्रेडिट कार्ड यूजर जानते हैं कि क्रेडिट कार्ड के बिल में दो तरह के ड्यू अमाउंट होते हैं. एक होता है टोटल अमाउंट ड्यू और दूसरा होता है मिनिमम अमाउंट ड्यू. मिनिमम अमाउंट ड्यू कम पैसों का होता है, लेकिन सिर्फ इसे चुकाने की गलती ना करें. मिनिमम अमाउंट ड्यू चुकाने से सिर्फ आपका कार्ड ब्लॉक नहीं होगा और आप ड्यू डेट के बाद भी कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे, लेकिन ऐसा करने से आप पर बैंक की तरफ से ज्यादा ब्याज लग सकती है जो कि पूरे पैसों पर लगेगी. आगे से आप जब भी क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान करें तो टोटल अमाउंट ड्यू का भुगतान करना चाहिए, ताकि आप पर ब्याज का बोझ ना पड़े. ध्यान रहे कि क्रेडिट कार्ड बकाया पर लगने वाला ब्याज सालाना 48% तक हो सकता है.
कर्ज को चुकाने के लिए कर्ज न लें
बहुत सारे क्रेडिट कार्ड यूजर्स को बैलेंस ट्रांसफर की सुविधा देते हैं. इसका मतलब है कि वे अपने एक क्रेडिट कार्ड से किसी दूसरे क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए यूजर को कुछ ब्याज भी चुकानी होती है. कभी-कभी पैसों की तंगी के समय में ऐसा करना फायदेमंद हो सकता है. लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं है कि एक कार्ड का बिल दूसरे से भर दें फिर दूसरे का तीसरे और तीसरे का चौथे से. ऐसा करने से आपका सिबिल स्कोर खराब होगा.