NHAI ने ऐलान किया था कि 1 जनवरी 2021 से देश के सभी NHAI टोल प्लाजा कैश की जगह FASTag लेन में तब्दील हो जाएंगे. अगर कोई भी बिना FASTag के टोल प्लाजा पर पहुंचा तो उसे दोगुना टोल चुकाना होगा. लेकिन अब लोगों को FASTag लेने और लगवाने के लिए मोहलत मिल गई है. बगैर फास्टैग (FASTag) वाले वाहन अब 15 फरवरी तक नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा (Toll Plaza) से कैश पेमेंट कर सकेंगे. फिलहाल FASTag के जरिए टोल प्लाजा से कलेक्शन 75-80 परसेंट है.
FASTag दो तरह के होते हैं. एक होता है NHAI के टैग वाला और दूसरा होता है जो बैंकों से लिया गया हो. 1 दिसंबर 2017 के बाद से जो भी गाड़ियां खरीदी गई हैं, उनमें FASTag पहले से फिट होकर आता है. अगर आपने इसके पहले कार खरीदी है तो आपको FASTag अलग से खरीदना होगा. टू-व्हीलर को छोड़कर कार, बस, ट्रक या दूसरे निजी और कॉमर्शियल वाहनों को टोल प्लाजा से गुजरते समय फास्टैग अनिवार्य रूप से लगवाना होगा.
इस ऐप के जरिए आप अपनी गाड़ी के लिए FASTag खरीद सकते हैं. इसके लिए आपको किसी KYC की जरूरत नहीं होती है. NHAI ने हाल ही में इसमें 'Check balance status' का नया फीचर भी डाला है. ‘My FASTag App’ एक बैंक न्यूट्रल ऐप है, यानी इसका किसी सरकार या निजी बैंके के साथ लिंक नहीं है. आप इसे UPI या नेट बैंकिंग के जरिए रीचार्ज कर सकते हैं.
आप FASTags को बैंकों से भी खरीदकर अपनी कार में चिपका सकते हैं और रीचार्ज कर सकते हैं. 22 बैंकों को इस काम के लिए जोड़ा गया है. ICICI Bank ने FASTags के लिए Google Pay के साथ करार किया है. यानी अगर आपके पास Google Pay है तो आप ICICI Bank से FASTags खरीद सकेंगे और रीचार्ज भी कर सकेंगे. इसके लिए आपको बैंक जाने या टोल प्लाजा जाने की जरूरत नहीं होगी.
इसकी कीमत इस बात पर भी निर्भर करती है कि आप इसे कहां से खरीद रहे हैं. हर बैंक की फास्टैग की फीस और सिक्योरिटी डिपॉजिट को लेकर अलग पॉलिसी है. आप कार के लिए पेटीएम से फास्टैग 5 सौ रुपये में खरीद सकते हैं. इसमें 250 रुपये रिफंडेवल सिक्योरिटी डिपॉजिट और 150 रुपये मिनिमम बैलेंस मिलेगा. वहीं, अगर आप इसे आईसीआईसीआई बैंक से खरीदते हैं तो इसके लिए आपको फीस के रूप में करीब एक सौ रुपये और दो सौ रुपये डिपॉजिट अमाउंट देना होगा. इसमे 2 सौ रुपये का बैलेंस रखना होगा.
यमुना एक्सप्रेस-वे के हर टोल प्लाजा पर फरवरी तक फास्टैग स्कैनर लग जाएगा. IDBI और जेपी इंफ्राटेक के बीच इसे लेकर एक डील हुई है. यमुना अथॉरिटी की बैठक में CEO की सख्ती के बाद जेपी इंफ्राटेक और आईडीबीआई ने एक हफ्ते के अंदर फास्टैग लगाने पर सहमति दी थी. जेपी इंफ्राटेक अधिकारियों की तरफ से कहा गया कि क्रैश बैरियर लगाने को लेकर 27 जनवरी तक टेंडर जारी कर दिया जाएगा. फरवरी से यह काम शुरू कर देगा
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