Provident Fund Interest: क्या कर्मचारियों को पीएफ के ब्याज पर झेलना होगा नुकसान? आया सरकार का ये बयान
How to Check PF Balance: आमतौर पर ईपीएफओ सरकार की ओर से ब्याज दर तय करने के बाद प्रॉविडेंट फंड अकाउंट्स में ब्याज डालना शुरू कर देता है. डिपॉजिट की स्टेटमेंट्स में पिछले वित्त वर्ष का ब्याज दिखाई नहीं दे रहा था, जिसके बाद 5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को चिंता हो गई थी.
EPFO News: एम्प्लॉइज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गनाइजेशन (EPFO) ने हजारों कर्मचारियों की एक बड़ी चिंता को दूर कर दिया है. ईपीएफओ ने कहा कि उसने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज जारी करना शुरू कर दिया है और कर्मचारियों को किसी तरह का कोई नुकसान नहीं झेलना होगा.
इस साल जून में 5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स के लिए सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर 8.1 प्रतिशत तय की थी. आमतौर पर ईपीएफओ सरकार की ओर से ब्याज दर तय करने के बाद प्रॉविडेंट फंड अकाउंट्स में ब्याज डालना शुरू कर देता है. डिपॉजिट की स्टेटमेंट्स में पिछले वित्त वर्ष का ब्याज दिखाई नहीं दे रहा था, जिसके बाद 5 करोड़ से ज्यादा सब्सक्राइबर्स को चिंता हो गई थी. उन्हें डर था कि उनका ब्याज वाला हिस्सा नहीं मिलेगा.
अब ईपीएफओ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. इसमें कहा गया, "ब्याज जारी करने की प्रक्रिया चल रही है और जल्द ही ये आपके अकाउंट में दिखाई देने लगेगा. जब भी ब्याज क्रेडिट होगा, वह पूर्ण रूप से भुगतान किया जाएगा. ब्याज का कोई नुकसान नहीं होगा.'' अकाउंट में ब्याज क्रेडिट में देरी को लेकर एक ट्वीट पर ईपीएफओ ने यह बयान दिया है.
अक्टूबर में वित्त मंत्रालय ने पुष्टि करते हुए कहा था कि ब्याज क्रेडिट किया जा रहा है लेकिन यह अकाउंट स्टेटमेंट में यह दिखाई नहीं दे रहा था.वित्त मंत्रालय ने इसे सॉफ्टवेयर ग्लिच बताया था. मंत्रालय ने कहा था कि भुगतान कर दिया गया है, जिसमें ब्याज भी शामिल है. ये उन सभी सब्सक्राइबर्स के लिए था, जो विड्रॉल या सेटलमेंट की मांग कर रहे थे. कर्मचारी भविष्य निधि सबसे सुरक्षित बचत योजनाओं में से एक है जो बैंक सावधि जमा जैसे अन्य सुरक्षित निवेश विकल्पों की तुलना में ज्यादा रिटर्न देती है. यह विशेष रूप से छोटे बचतकर्ताओं के बीच एक लोकप्रिय योजना है, क्योंकि मासिक जमा का एक विशेष हिस्सा पेंशन लाभ के लिए निर्धारित किया जाता है. इसके अलावा, ग्राहक अपनी जमा राशि पर कर लाभ का आनंद ले सकते हैं. लेकिन पिछले वित्त वर्ष के लिए 8.1 प्रतिशत की ब्याज दर सबसे कम है. पिछले कुछ वर्षों में ब्याज दर में काफी कमी की गई है.
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