QR Based Vending Machine: देश और दुनिया में हर दिन कोई न कोई नई टेक्नोलॉजी आती है. इससे जिंदगी को आसान बनाने का काम भी किया जाता है. वहीं अब भारतीय रिजर्व बैंक ने एक ऐसा ऐलान किया है, जिससे लोगों को काफी फायदा मिलने वाला है. दरअसल, भारतीय रिजर्व बैंक क्यूआर कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन पर एक पायलट परियोजना शुरू करेगा. बुधवार को RBI Monetary Policy की बैठक की घोषणाओं के दौरान आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह ऐलान किया.


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सिक्कों की पहुंच
गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सिक्कों के वितरण को बढ़ावा देने और सिक्कों की पहुंच बढ़ाने के उद्देश्य से इन मशीनों को लॉन्च किया जाएगा. इसके तहत वेंडिंग मशीनें लगने के बाद एटीएम कार्ड की जगह QR Code का इस्तेमाल करना होगा, इससे सिक्के निकाले जा सकते हैं.


कॉइन वेंडिंग मशीन
गवर्नर दास ने कहा, “भारतीय रिजर्व बैंक 12 शहरों में QR कोड आधारित कॉइन वेंडिंग मशीन (QCVM) पर एक पायलट परियोजना शुरू करेगा. ये वेंडिंग मशीनें बैंक नोटों की फिजिकल टेंडरिंग के बजाय यूपीआई का उपयोग करके ग्राहक के खाते में डेबिट के बदले सिक्के वितरित करेंगी. इससे सिक्कों की उपलब्धता में आसानी होगी. इन मशीनों का उपयोग करके सिक्कों के वितरण को बढ़ावा देने के लिए बैंकों को दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे.”



लोकप्रिय खुदरा डिजिटल भुगतान प्रणाली
उन्होंने यह भी कहा कि यूपीआई देश में बेहद लोकप्रिय खुदरा डिजिटल भुगतान प्रणाली बन गया है. आरबीआई अब भारत आने वाले सभी यात्रियों को देश में रहने के दौरान मर्चेंट भुगतान के लिए यूपीआई का उपयोग करने की अनुमति देने पर विचार करेगा. यह सुविधा चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों पर पहुंचने वाले जी-20 देशों के यात्रियों से शुरू होगी. आरबीआई गवर्नर ने यह भी कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले तीन वर्षों में कई बड़े झटकों से सफलतापूर्वक निपटी और पहले से अधिक मजबूत होकर उभरी है.


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