बंधन बैंक (Bandhan Bank) के प्रमोटर्स और उसके निवेशकों के लिए खुशखबरी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया बंधन बैंक के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी को लेकर लगी पाबंदिया हटा रही है.
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नई दिल्ली: बंधन बैंक (Bandhan Bank) के प्रमोटर्स और उसके निवेशकों के लिए खुशखबरी है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI), बंधन बैंक के प्रमोटर्स की हिस्सेदारी को लेकर लगी पाबंदिया हटा रही है. अब रिजर्व बैंक ने बंधन बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (MD&CEO) चंद्रशेशखर घोष के पारिश्रमिक पर लगी रोक हटा दी है. बंधन बैंक के मुताबिक, प्रमोटर्स की ओर से बैंक में हिस्सेदारी को लेकर RBI के नियमों और शर्तों को पूरा करने पर चंद्रशेखर घोष के पारिश्रमिक पर लगाई गई रोक हटाई गई है. बंधन बैंक की होल्डिंग कंपनी Bandhan Financial Holdings Limited (BFHL) ने 3 अगस्त को 10,550 करोड़ रुपये वैल्यू की 20.95 परसेंट हिस्सेदारी बेचकर RBI की शर्तों को पूरा किया. इसके पहले रिजर्व बैंक ने फरवरी 2020 में बंधन बैंक को नए ब्रांच खोलने की मंजूरी दे दी थी.
बंधन बैंक पर क्या थीं पाबंदियां?
दरअसल, RBI ने 19 सितंबर 2018 को बंधन बैंक पर दो पाबंदियां लगाईं थीं. पहली पाबंदी थी कि बंधन बैंक नई शाखाएं नहीं खोल सकता, अगर उसे नई शाखाएं खोलनी हैं तो पहले RBI की मंजूरी लेनी होगी. दूसरी पाबंदी बैंक के MD&CEO घोष के पारिश्रमिक पर रोक थी. RBI ने कुछ शर्तों के साथ 25 फरवरी 2020 को बंधन बैंक पर नई शाखाएं खोलने पर लगे प्रतिबंध को हटाया था. RBI ने बैंक को निर्देश दिया कि बैंक की तरफ से एक वित्तीय वर्ष में खोले जाने वाले कुल बैंकिंग आउटलेट में से 25 परसेंट ऐसे ग्रामीण इलाकों में खोले जाएं, जहां बैंकिंग सुविधाएं मौजूद नहीं हैं. इस तरह बंधन बैंक को नई शाखा खोलने से पहले RBI की मंजूरी लेने की शर्त खत्म हो गई.
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प्रमोटर्स हिस्सेदारी बेचकर पूरी की शर्त
बंधन बैंक की होल्डिंग कंपनी Bandhan Financial Holdings Limited ने RBI की शर्तों को पूरा करने के लिए 3 अगस्त 2020 को बैंक में अपनी 20.95 परसेंट हिस्सेदारी बेच दी, जिसकी वैल्यू 10,550 करोड़ रुपये है. BHFL सेकेंडरी मार्केट में अपने 33.73 करोड़ से ज्यादा शेयर्स बेच चुकी है. BFHL को बैंक में अपनी हिस्सेदारी को पेड-अप वोटिंग कैपिटल के 40 परसेंट तक लाना है. इसलिए होल्डिंग कंपनी ने 3 अगस्त को बैंक में अपनी हिस्सेदारी घटाने के लिए अपने पास मौजूद शेयर बेचे.