Mukesh Ambani: सूत्रों ने बताया कि डील के तहत रोसनेफ्ट (Rosneft) हर महीने क्रूड ऑयल के 20-21 अफ्रामैक्स साइज के कार्गो (80,000 से 100,000 मीट्रिक टन) और ऑयल के करीब 100,000 टन के तीन कार्गो की डिलीवरी करेगा.
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Reliance Industries Rosneft Deal: नए साल से पहले मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के हाथ जैकपॉट लग गया है. सूत्रों के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने रूस की रोसनेफ्ट से 10 साल के लिए सालाना 12-13 अरब डॉलर के क्रूड ऑयल को इम्पोर्ट करने का सौदा किया है. बताया जा रहा है कि रूसी राज्य तेल कंपनी रोसनेफ्ट (Rosneft) रिलायंस को रोजाना पांच लाख बैरल क्रूड ऑयल की सप्लाई करेगा. टीओआई में प्रकाशित खबर के अनुसार रिलायंस के प्रवक्ता ने कहा कि रूस की रोसनेफ्ट कंपनी मौजूदा समय में भारत को क्रूड ऑयल की सबसे ज्यादा सप्लाई करती है.
पुतिन की भारत यात्रा से पहले हुई डील
रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रवक्ता ने कहा कि हम हमेशा अपनी रिफाइनरी के लिए फीडस्टॉक सोर्सिंग के लिए रूस समेत कई इंटरनेशनल सप्लायर के साथ जुड़े रहते हैं. ऐसे सप्लाई कॉन्ट्रैक्अ अगले साल के लिए किए जाते हैं. मार्केट की स्थिति के अनुसार कार्गो की संख्या इकोनॉमी के आधार पर अलग-अलग होगी. यह डील राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत यात्रा से पहले हुआ है. सूत्रों ने बताया कि डील के तहत रोसनेफ्ट (Rosneft) हर महीने क्रूड ऑयल के 20-21 अफ्रामैक्स साइज के कार्गो (80,000 से 100,000 मीट्रिक टन) और ऑयल के करीब 100,000 टन के तीन कार्गो की डिलीवरी करेगा.
समुद्री तेल निर्यात का करीब आधा हिस्सा
नई डील में रूसी पोर्ट से रोसनेफ्ट के समुद्री तेल निर्यात का करीब आधा हिस्सा है. इसेस दूसरे व्यापारियों और बिचौलियों को ज्यादा सप्लाई उपलब्ध नहीं हो पाती. टैंकर डेटा के अनुसार जनवरी से लेकर अक्टूबर तक रिलायंस ने रूस से रोजाना तेल का औसतन 405,000 बैरल का इम्पोर्ट किया. यह पिछले साल इसी अवधि में 388,500 बैरल रोजाना से ज्यादा है. रोसनेफ्ट और रिलायंस के बीच नए करार पर नवंबर में रोसनेफ्ट की बोर्ड मीटिंग के दौरान चर्चा और अनुमोदन किया गया था. नई डील के तहत सप्लाई जनवरी से शुरू होगी और 10 साल तक जारी रहेगी. इसमें डील को 10 साल के लिए और बढ़ाने का ऑप्शन होगा. डिलीवरी के आधार पर सप्लाई किये जाने वाले ग्रेड की कीमत लोडिंग महीने के औसत दुबई मूल्य के अंतर पर तय की जाती है.
भारत ने अक्टूबर के महीने में दो अरब यूरो का क्रूड ऑयल खरीदा. यह पिछले महीने के 2.4 अरब यूरो से कम है. चीन ने अक्टूबर में रूस के क्रूड ऑयल के निर्यात का 47 प्रतिशत खरीदा. इसके बाद भारत ने 37 प्रतिशत, यूरोपीय संघ ने 6 प्रतिशत और तुर्की ने 6 प्रतिशत तेल खरीदा. रिलायंस की जामनगर स्थित दो रिफाइनरियां क्रूड ऑयल को प्रोसीड कर इसे पेट्रोल-डीजल में बदलती हैं.