Rice Price in India: केंद्र सरकार (Central Government) की ओर से चावल को लेकर बड़ा फैसला लिया गया है, जिसके बाद चावलों की कीमत में 200 रुपये की गिरावट देखने को मिली है. अगर आप भी राशन खरीदने जा रहे हैं तो उससे पहले जान लें कि अब क्या हो गए हैं लेटेस्ट रेट्स... सरकार ने टूटे चावल के एक्सपोर्ट (broken rice export) पर बैन लगा दिया है. भारत के इस फैसले से चीन में खाद्य संकट पैदा हो सकता है. सरकार के इस फैसले से भारत में चावल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. 


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कितना सस्ता हुआ चावल?
आपको बता दें पिछले एक हफ्ते में थोक में चावल की कीमतों में 100 से 200 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट देखने को मिली है. हालांकि रिटेल की कीमतों में अभी गिरावट नहीं देखने को मिल रही है, लेकिन जल्द ही रिटेल मार्केट में भी चावल की कीमतों में गिरावट देखने को मिलेगी.  


चेक करें चावल के लेटेस्ट रेट्स
कंज्यूमर अफेयर की वेबसाइट के मुताबिक,  15 सिंतबर को रिटेल मार्केट में चावल का भाव 38.34 रुपये प्रति किलो था. वहीं, एक महीने पहले चावल का भाव 37.41 रुपये प्रति किलो पर था.


भारत है चावल का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक
चीन के बाद में भारत चावल का सबसे बड़ा उत्पादक देश है. ग्लोबल मार्केट में भारत के चावल का हिस्सा 40 फीसदी है. भारत ने वित्तवर्ष 2021-22 में 2.12 करोड़ टन चावल का निर्यात किया है. इसमें 34.9 लाख टन बासमती चावल था. 


भारत के लोगों को न हो चावल की कमी
आपको बता दें भारत में चालू खरीफ सीजन में धान फसल का रकबा काफी घट गया है. घरेलू मार्केट में सप्लाई को बढ़ाने के लिए सरकार ने यह फैसला लिया है. इसके साथ ही देश के नागरिकों को चावल की कमी का सामना न करना पड़े. राजस्व विभाग के नोटिफिकेशन के अनुसार, चावल और ब्राउन राइस पर 20 फीसदी का निर्यात शुल्क लगाया गया है.


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