अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी स्टैण्डर्ड एण्ड पूअर्स की सतर्कता भरी टिप्पणी को वित्त मंत्रालय ने मात्र एक विचार बताया है और कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 7.5 प्रतिशत से अधिक होगी। इसमें और तेजी लाने के लिये सरकार नये सुधारों को आगे बढ़ायेगी।
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नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी स्टैण्डर्ड एण्ड पूअर्स की सतर्कता भरी टिप्पणी को वित्त मंत्रालय ने मात्र एक विचार बताया है और कहा है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि 7.5 प्रतिशत से अधिक होगी। इसमें और तेजी लाने के लिये सरकार नये सुधारों को आगे बढ़ायेगी।
आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने एस एण्ड पी रिपोर्ट पर पूछे गये सवाल का जवाब देते हुये कहा, ‘हम इस साल 7.5 प्रतिशत से अधिक आर्थिक वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। अर्थव्यवस्था के आंतरिक स्थिरता कारक काफी मजबूत हैं।’ उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छा कर रही है और किसी भी विकासशील अथवा विकसित देश के मुकाबले उसका प्रदर्शन बेहतर है। ऐसे में ‘यदि एस एण्ड पी ने कोई बात कही है तो यह उनका विचार है।’
एस एण्ड पी ने अपनी एक रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष के साथ-साथ अगले वित्त वर्ष के दौरान भारत की सावरेन रेटिंग (सर्वश्रेष्ठ दर) को उपर करने की संभावनाओं को खारिज कर दिया। एस एण्ड पी ने भारत की रेटिंग को बीबीबी-रिणात्मक (BBB-) पर बरकरार रखते हुये एक वक्तव्य में कहा है, ‘परिदृश्य यह संकेत देता है कि मौजूदा अनुमानों के आधार पर हम भारत पर अपनी रेटिंग को इस साल और अगले साल के लिये बदलने की उम्मीद नहीं रखते हैं।’’ दास ने आगे कहा कि सरकार देश में विदेशी निवेश आकर्षित करने और घरेलू उद्यमियों को निवेश प्रोत्साहन के लिये व्यवसाय करना सुगम बनाने के लिये अनेक कदम उठा रही है।