पहली बार 40 हजार अंकों से ऊपर बंद हुआ सेंसेक्स, ये रही प्रमुख वजह
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पहली बार 40 हजार अंकों से ऊपर बंद हुआ सेंसेक्स, ये रही प्रमुख वजह

देश के प्रमुख शेयर बाजार सोमवार को अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुए. बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय बाजार में अन्य बाजारों की तुलना में अलग रुख देखने को मिला. 

आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी और आईटीसी को छोड़कर सेंसेक्स में शामिल सभी प्रमुख कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए

मुंबई: केंद्रीय बैंक द्वारा नीतिगत दरों में कटौती की उम्मीद और केंद्र की नई सरकार की ओर से सुधार की दिशा में कई कदम उठाए जाने के बाद भारी लिवाली से सोमवार को देश के प्रमुख शेयर बाजार अब तक के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बंद हुए. बीएसई का सेंसेक्स 553 अंक एवं एनएसई का निफ्टी 166 अंक के उछाल के साथ बंद हुए.

बीएसई का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक कारोबार के दौरान दिन में एक समय 40,308.90 अंक पर पहुंच गया था. हालांकि, बाजार बंद होने के समय यह 553.42 अंक के भारी उछाल के साथ 40,267.62 अंक पर बंद हुआ. वहीं एनएसई का निफ्टी भी दिन के कारोबार में एक समय अब तक के अपने सर्वोच्च स्तर 12,103.05 अंक पर पहुंच गया, लेकिन बाद में 165.75 अंक यानी 1.39 प्रतिशत चढ़कर 12,088.55 अंकों पर बंद हुआ. दोनों सूचकांक आज कारोबार की समाप्ति पर पर अपने नए रिकार्ड उच्चस्तर पर बंद हुए. 

बाजार विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय बाजार में अन्य बाजारों की तुलना में अलग रुख देखने को मिला. कच्चे तेल की घटती कीमतें, विदेशी मुद्रा प्रवाह और रिजर्व बैंक की ओर से दर में कटौती की उम्मीद के चलते एक तरह का सकारात्मक माहौल बना जिसमें निवेशकों ने जमकर निवेश किए. उन्होंने बताया कि इन पहलुओं के अलावा बाजार प्रतिभागियों को उम्मीद है कि आम चुनाव में भारी जीत के बाद राजग की नयी सरकार सुधारों की दिशा में मजबूत फैसले लेना जारी रखेगी.

एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी लिमिटेड, रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसी बड़ी कंपनियों के शेयरों के चढ़ने के कारण मुख्य रूप से सेंसेक्स में उछाल देखने को मिली. हालांकि, अगर प्रतिशत की बात करें तो इसमें 6.01 प्रतिशत के साथ हीरो मोटोकॉर्प शीर्ष पर रही. इसके अलावा बजाज ऑटो, इंड्सइंड बैंक, एशियन पेंट्स, एचयूएल और मारुति के शेयरों में भी 3.92 प्रतिशत तक की बढ़त देखने को मिली.

सभी प्रमुख कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए
आईसीआईसीआई बैंक, एनटीपीसी और आईटीसी को छोड़कर सेंसेक्स में शामिल सभी प्रमुख कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए. क्षेत्रवार बात करें तो वाहन, स्वास्थ्य, ऊर्जा, टिकाऊ उपभोग की वस्तु बनाने वाली कंपनियों एवं धातु क्षेत्र की कंपनियों के शेयरों में 1.93 प्रतिशत तक की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई. सभी 19 क्षेत्रों के संकेतक उछाल लिए रहे. 

कारोबारियों के मुताबिक केंद्रीय बैंक द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद के चलते निवेशकों ने भारी लिवाली की. मार्च तिमाही में आर्थिक वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ने के कारण निवेशकों को दरों में कटौती की गुंजाइश बढ़ती दिख रही है. कृषि एवं विनिर्माण क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन नहीं रहने के कारण देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि की रफ्तार सुस्त पड़ गयी है. विशेषज्ञों का मानना है कि बृहस्पतिवार को लगातार तीसरी बार आरबीआई नीतिगत दरों में कटौती कर सकता है.

 

इस बात की उम्मीद है कि आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति बृहस्पतिवार को अपनी द्विमासिक नीतियों की घोषणा कर सकती है. केंद्रीय बैंक ने पिछले दो बार में रेपो दर में 0.25-0.25 प्रतिशत की कटौती की है. कारोबारियों ने कहा कि रुपये के मजबूत होने का सकारात्मक असर निवेशकों की धारणा पर देखने को मिला. रुपया सोमवार को डॉलर के मुकाबले 38 पैसे मजबूत होकर 69.32 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया. इसी बीच एशियाई शेयर बाजारों में मिश्रित रुख देखने को मिला, वहीं यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में गिरावट देखने को मिल रही है.

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