Share Market Update: प‍िछले दो कारोबारी सत्र के भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांकों में तेजी देखी जा रही है. इसी का असर है क‍ि स्‍टॉक मार्केट एक बार फ‍िर से र‍िकॉर्ड लेवल पर पहुंच गया है. शुक्रवार को बंद हुए कारोबारी सप्‍ताह में न‍िफ्टी 20000 के पार बंद हुआ. इसी द‍िन सेंसेक्‍स 492.75 अंक की तेजी के साथ 67,481 अंक पर बंद हुआ. न‍िफ्टी सूचकांक में 135 अंक की तेजी देखी गई और यह 20,268 पर पहुंच गया. शेयर बाजार में तेजी के बाद सोमवार को शुरू होने वाले कारोबारी सत्र में व‍िदेशी संस्‍थागत न‍िवेशक (FPI) फिर से बिकवाली कर सकता है.


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एफपीआई ने अपनी बिकवाली रणनीति को उलट दिया


शेयर बाजार में अगर ब‍िकवाली का दौर चला तो इसमें ग‍िरावट आ सकती है. जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी (Chief Investment Strategist) वीके विजयकुमार (VK Vijaykumar) ने यह बात कही. एफपीआई (FPI) ने भारत में अपनी बिकवाली रणनीति को उलट दिया है. उन्होंने कहा, अमेरिकी बॉन्‍ड यील्ड में गिरावट और भारतीय बाजार की मजबूती ने एफपीआई (FPI) को अपनी बिकवाली रोकने के लिए मजबूर किया है.


9000 करोड़ की शुद्ध खरीद का आंकड़ा सामने आया
पिछले छह दिनों के दौरान, एफपीआई भारत में लगातार खरीदार रहे. एनएसडीएल के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में, एफपीआई प्रवाह सकारात्मक हो गया और 9,000 करोड़ रुपये की शुद्ध खरीद का आंकड़ा सामने आया है. हालांकि उन्होंने नकदी बाजार में 368 करोड़ रुपये की बिकवाली की. उन्होंने कहा कि 2023 के लिए अब तक कुल खरीद का आंकड़ा 1,04,972 करोड़ रुपये है.


आगे चलकर, एफपीआई की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण रूप से बाजार की प्रवृत्ति पर निर्धारित होगी, जो राज्यों के चुनाव परिणामों से प्रभावित होगी. यदि राज्य के चुनाव नतीजे सत्ताधारी सरकार के लिए अनुकूल रहे, तो बाजार में तेजी आएगी. उन्होंने कहा कि बड़ी बिकवाली से एफपीआई के उस रैली को चूकने की संभावना नहीं है. वे वित्तीय क्षेत्र में खरीदारी कर सकते हैं जहां मूल्यांकन ठीक है. (Input IANS से भी)