दीवान हाउसिंग सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले स्टॉक के रूप में पहचान में आया.
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नई दिल्ली: आपको ध्यान होगा कि बीते सितंबर के दूसरे सप्ताह में बेंचमार्क सेंसेक्स 38,000 के स्तर पर था, लेकिन 14 सितंबर के बाद जबरदस्त उठापटक देखने को मिला. निवेशकों के लिए यह समय बहुत ही नकारात्मक परिणाम वाला रहा. निवेशकों में शेयरों की खरीद की होड़ लग गई. उनका विश्वास भी डगमगा गया. मिडकैप और स्मॉल कैप शेयरों ने सबसे खराब प्रदर्शन किया. महज तीन सप्ताह में सेंसेक्स करीब 2,000 अंक गिर चुका है और यह 36,000 के स्तर से भी नीचे जा पहुंचा है. यहां तक कि दलाल पथ के बिग बॉस राकेश झुनझुनवाला का पोर्टफोलियो भी बुरी तरह से प्रभावित हुआ.
कुछ शेयर तो बेहद खराब स्थिति में आ गए. एक महीने के समय में ये शेयर नकारात्मक प्रदर्शन करने वालों में शामिल हो गए. भारत के वारेन बफे कहे जाने वाले झुनझुनवाला को मोटा नुकसान झेलना पड़ा है. आइए Trendlyne.com के मुताबिक एक नजर डालते हैं कि झुनझुनवाला के शेयर ने सितंबर में कैसा प्रदर्शन किया है.
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सबसे खराब प्रदर्शन दीवान हाउसिंग का
दीवान हाउसिंग सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले स्टॉक के रूप में पहचान में आया. इसकी वजह कंपनी के द्वारा वित्तीय दायित्व संबंधी भुगतान करने को लेकर बढ़ा विवाद रहा. इससे कंपनी का स्टॉक एक महीने में 58.62 प्रतिशत गिर गया. इसके बाद जयप्रकाश एसोसिएट्स की बारी आती है जिसमें राकेश झुनझुनवाला ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई थी. कंपनी को 40.09 प्रतिशत का नुकसान हुआ.
ये शेयर भी औंधे मुंह गिरे
राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो के चार स्टॉक्स- वीआईपी इंडस्ट्रीज, द मंधाना रिटेल, एस्कॉर्ट्स और जियोजित फाइनेंशियल भी 31 से 33 प्रतिशत लुढ़क गए. इस बीच हालांकि इडेलवीज, डीबी रियल्टी, ऐप्टेक और एनसीसी 25 से 31 प्रतिशत कमजोर हुए.
अधिकतर शेयर हांफते नजर आए
राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो के 13 शेयर इस दौरान हांफते दिखे. इनमें चार वैसे स्टॉक जो पसंदीदा की सूची में शामिल थे, इनमें एक टाइटन भी 3 से 11 प्रतिशत तक गिरे. सिर्फ तीन शेयर- जुबिलेंट लाइफ साइंस, लुपिन और क्रिसिल लाभ में रहे. हालांकि यह लाभ महज 1 से 2 प्रतिशत रहा.
कौन हैं राकेश झुनझुनवाला
58 साल के झुनझुनवाला को भारत में सबसे सफल शेयर निवेशकों के रूप में जाना जाता है. इन्होंने शुरुआत में महज 100 डॉलर की राशि से शेयर बाजार में निवेश करना शुरू किया था. आज यह निवेश 2.9 अरब डॉलर पर पहुंच चुका है. बीएसई में उन्होंने पहली ट्रेडिंग वर्ष 1985 में की थी.