अगले साल भी कम रहेंगे चीनी के दाम, 350-355 लाख टन होगा चीनी का उत्पादन
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अगले साल भी कम रहेंगे चीनी के दाम, 350-355 लाख टन होगा चीनी का उत्पादन

देशभर में गन्ने का रकबा करीब 54.35 लाख हेक्टेयर है, जोकि पिछले साल के 50.42 लाख हेक्टेयर से करीब 8 फीसदी ज्यादा है.

मौजूदा चीनी वर्ष 2017-18 में 30 जून तक 321.95 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है

नई दिल्ली : चीनी उत्पादन में देश लगातार आगे बढ़ रहा है. चीनी के बढ़ते उत्पादन के कारण ही चीनी के दाम कम बने हुए हैं और ये हालात अगले साल भी यथावत बने रहेंगे. घरेलू चीनी उद्योग ने देशभर में गन्ने की फसल के अपने हालिया सर्वे के आधार पर अगले सीजन 2018-19 (अक्टूबर-सिंतबर) में 350 से 355 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान लगाया है, जोकि चालू सीजन के मुकाबले 28 से 33 लाख टन अधिक है. इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, देशभर में गन्ने का रकबा 54.35 लाख हेक्टयर है. 

इस्मा ने कहा कि जून के आखिर में उपग्रह से मिली जानकारी के अनुसार, देशभर में गन्ने का रकबा करीब 54.35 लाख हेक्टेयर है, जोकि पिछले साल के 50.42 लाख हेक्टेयर से करीब आठ फीसदी ज्यादा है. चीनी वर्ष 2013-14 और 2014-15 में भी तकरीबन इतना ही गन्ने का रकबा था, जोकि 54 लाख हेक्टेयर से थोड़ा ही कम था. 

उत्तर प्रदेश में गन्ने का रकबा 2018-19 में 23.4 लाख हेक्टेयर होने का आकलन किया गया है, जबकि पिछले साल प्रदेश में गन्ने का रकबा 23.3 लाख हेक्टेयर था. रकबा बढ़ने से प्रदेश में चीनी का उत्पादन 130-135 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि चालू सत्र में उत्तर प्रदेश में चीनी का उत्पादन 120.5 लाख टन रहने का अनुमान है.

देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में गन्ने का रकबा 2017-18 के 9.15 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2018-19 में 11.42 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है. इस प्रकार राज्य में चीनी का उत्पादन अगले सीजन में 110-115 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि चालू सत्र में महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 107.15 लाख टन रहने का अनुमान है.

मौजूदा चीनी वर्ष 2017-18 में 30 जून तक 321.95 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ और तमिलनाडु और कर्नाटक में विशेष सत्र के दौरान 0.5 लाख टन चीनी का उत्पादन इस साल हो सकता है. इस तरह 2017-18 में कुल 322.5 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है. इस्मा जुलाई से सितंबर के दौरान बारिश और जलाशयों में पानी की स्थिति के साथ-साथ दूसरे चरण के उपग्रहीय सर्वेक्षण से फसल के बारे में प्राप्त जानकारी के आधार पर अगले सीजन में चीनी उत्पादन का पहला अग्रिम उत्पादन अनुमान सितंबर में जारी करेगा. 

(इनपुट आईएएनएस से)

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