मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यम ने पद छोड़ने का फैसला किया है. उन्होंने गुरुवार (20 जून) को कहा कि वह बेहद महत्वपूर्ण वजह से पद छोड़ रहे हैं.
Trending Photos
नई दिल्ली: आरएसएस से सम्बद्ध स्वदेशी जागरण मंच ने कहा है कि आगामी मुख्य आर्थिक सलाहकार ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जिसका भारतीय मूल्यों व प्रकृति में विश्वास हो. स्वदेशी जागरण मंच का आरोप है कि ‘सुब्रमण्यम को देश की पर्याप्त समझ नहीं थी और उन्होंने किसानों की अनदेखी की.’ मंच के सह संयोजक अश्वनी महाजन ने भाषा से कहा, ‘सुब्रमण्यम को भारत की समुचित जानकारी नहीं है. वह एफडीआई पर ही केंद्रित रहे. उन्होंने हमारी अर्थव्यवस्था के सबसे महत्वपूर्ण पहलू - कृषि व किसान - की अनदेखी की.’
उल्लेखनीय है कि मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रमण्यम ने पद छोड़ने का फैसला किया है. उन्होंने गुरुवार (20 जून) को कहा कि वह बेहद महत्वपूर्ण वजह से पद छोड़ रहे हैं. यह एक साल से भी कम में सरकार से दूसरी बड़ी विदाई होगी. उन्होंने कहा कि वह अगले दो माह में वित्त मंत्रालय से विदाई लेंगे. गौरतलब है कि खुद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अरविंद सुब्रमण्यम फाइनेंस मिनिस्ट्री छोड़ने की जानकारी दी थी. अपनी एक फेसबुक पोस्ट के जरिए उन्होंने बताया था कि सुब्रमण्यम 'पारिवारिक जिम्मेदारियों' के कारण अमेरिका लौट रहे हैं. सुब्रमण्यम को 16 अक्टूबर 2014 को वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार नियुक्त किया गया था. उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई थी. 2017 में उनका कार्यकाल एक साल के लिए बढ़ाया गया था.
जेटली ने यह भी बताया था कि कुछ दिन पहले सुब्रमण्यम ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से मेरे से बात की थी. उन्होंने बताया था कि वह पारिवारिक प्रतिबद्धताओं के कारण अमेरिका लौटना चाहते हैं. उनके कारण व्यक्तिगत हैं, लेकिन उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हैं. मेरे पास उनसे सहमत होने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. जेटली ने कहा कि पिछले साल अक्टूबर में सुब्रमण्यम का तीन साल का कार्यकाल पूरा हुआ था. इसके बाद उन्होंने सुब्रमण्यम से कुछ समय और पद पर बने रहने का आग्रह किया था.