TATA IPO: बाजार में तहलका मचाने वाला है Tata, अब आ रहा है ग्रुप का नया IPO, पैसे कमाने का मिलेगा मौका
Tata Group: टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने बताया कि उसके निदेशक मंडल ने IPO के जरिए टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) में कंपनी के निवेश के आंशिक विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. जिसके बाद अब जल्दी ही Tata Technologies का IPO आने वाला है.
Tata Group: शेयर बाजार (Share Market) में एक बार फिर से पैसा कमाने का मौका मिलने वाला है. दरअसल, मार्केट में अब जल्द ही एक नई कंपनी का आईपीओ (IPO) दस्तक दे सकता है. ये कंपनी टाटा ग्रुप से संबंधित है. ऐसे में निवेशकों को टाटा ग्रुप की एक और कंपनी में निवेश का मौका मिलने वाला है. इस बीच टाटा मोटर्स (Tata Motors) ने बताया कि उसके निदेशक मंडल ने IPO के जरिए टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) में कंपनी के निवेश के आंशिक विनिवेश को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. जिसके बाद अब जल्दी ही Tata Technologies का IPO आने वाला है.
Tata Technologies IPO
टाटा मोटर्स ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि IPO समिति (टाटा मोटर्स लिमिटेड के निदेशक मंडल के जरिए विधिवत गठित) ने 12 दिसंबर 2022 को हुई अपनी बैठक में टाटा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड में कंपनी के निवेश का विनिवेश करने के लिए अपनी सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. कंपनी ने कहा कि वह आईपीओ से संबंधित सभी भौतिक विकासों की जब भी आवश्यकता होगी तब ऐलान करेगी.
18 साल बाद ग्रुप का IPO
बता दें कि Tata Technologies एक वैश्विक उत्पाद इंजीनियरिंग और डिजिटल सेवा कंपनी है. वहीं साल 2004 में तकनीकी दिग्गज टीसीएस के बाद से टाटा समूह का यह पहला आईपीओ होगा. यह टाटा ग्रुप के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन के कार्यकाल में भी पहला आईपीओ होगा, जिन्होंने जनवरी 2017 में पदभार संभाला था. बता दें कि Tata Technologies की स्थापना 1989 में Tata Motors की एक इकाई के रूप में हुई थी.
राजस्व में हुई बढ़ोतरी
नवीनतम वार्षिक रिपोर्ट में दिखाया गया है कि ऑटोमेकर Tata Motors के पास 31 मार्च तक कंपनी की 74.43 प्रतिशत हिस्सेदारी थी. 2022 की वित्तीय वार्षिक रिपोर्ट में दिखाया गया है कि टाटा टेक्नोलॉजीज की बिक्री में वृद्धि से अन्य परिचालनों से टाटा मोटर्स के राजस्व में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. टाटा समूह में 2021 के अंत तक 314 बिलियन डॉलर के संयुक्त बाजार पूंजीकरण के साथ सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध 29 कंपनियां थीं.
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