इस दिवाली लक्ष्मी गणेश के साथ होगी लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा!
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इस दिवाली लक्ष्मी गणेश के साथ होगी लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा!

दिवाली के दिन व्यापारी अपने कारोबार की उन्नति के लिए लक्ष्मी, गणेश की पूजा करने के साथ साथ अब लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा करेंगे। व्यापारी अब नये बही खाते नहीं खोलते बल्कि कंप्यूटर पर ही उनके खातों का हिसाब होता इसलिये उसीमें स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर पूजा की जाने लगी है।

इस दिवाली लक्ष्मी गणेश के साथ होगी लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा!

नई दिल्ली : दिवाली के दिन व्यापारी अपने कारोबार की उन्नति के लिए लक्ष्मी, गणेश की पूजा करने के साथ साथ अब लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा करेंगे। व्यापारी अब नये बही खाते नहीं खोलते बल्कि कंप्यूटर पर ही उनके खातों का हिसाब होता इसलिये उसीमें स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर पूजा की जाने लगी है।

ऑनलाइन कारोबार से मिल रही चुनौती के बीच अब आम व्यापारी भी कंप्यूटर और इंटरनेट जैसे आधुनिक आईटी उपकरणों का इस्तेमाल करने लगा है। सौदे लिखने और बही का हिसाब अब खाता खतौनी में नहीं बल्कि कंप्यूटर नेटवर्क के जरिये होता है।

व्यापारियों के प्रमुख संगठन कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि व्यापारी लक्ष्मी गणेश के साथ कंप्यूटर, लैपटॉप और आईपैड की भी पूजा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने देशभर में व्यापारियों से कहा है कि वे ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से मिल रही चुनौती से निपटने के लिए खुद भी आधुनिक प्रौद्योगिकी का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें। आमतौर पर दिवाली पर व्यापारी अपने पुराने बही खातों के स्थान पर नई किताबें खोलते हैं और उसमें स्वास्तिक का चिन्ह लगाकर नये शक् संवत वर्ष का पहला सौदा लिखकर पूजा की जाती रही है।

हालांकि, आधुनिक प्रौद्योगिकी के बावजूद व्यापारियों का कहना है कि लक्ष्मी गणेश पूजा के साथ ही बहुत से दुकानदार दिवाली के दिन हवन भी कराते हैं। कनफेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेड्स एसोसिएशन के महासचिव देवराज बवेजा ने भी कहा कि निश्चित रूप से आज दिवाली पूजन आधुनिक हो गया है। उन्होंने कहा कि व्यापारी अपना हिसाब किताब जिस भी रूप में रखते हों .. मसलन किताब या कंप्यूटर पूजा उसी की होती है। आज ज्यादातर बड़े व्यापारी कंप्यूटरों में ही हिसाब किताब रखते हैं। ऐसे में दिवाली पूजन में वे कंप्यूटर, लैपटॉप आदि की भी पूजा करते हैं।

इस बार की दिवाली पर व्यापारी नये शक संवत वर्ष 2071 के लिये दोपहर एक से शाम पांच बजे तक पूजन करेंगे। व्यापारियों का कहना है कि दिवाली पर आमतौर पर वे शाम पांच बजे तक दुकान बंद कर देते हैं। खंडेलवाल ने कहा कि ऑनलाइन शापिंग ने व्यापारियों को काफी नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में यह जरूरी हो गया है कि खुदरा दुकानदार और व्यापारी भी आधुनिक प्रौद्योगिकी को अपनाएं। दिवाली एक ऐसा पर्व है जो व्यापारियों के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है। यही वजह है कि हमने व्यापारियों से दिवाली पर लक्ष्मी गणेश के साथ प्रौद्योगिकी के उपकरणों मसलन कंप्यूटर, लैपटॉप, आईपैड, मोबाइल आदि की भी पूजा करने को कहा है।

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