Uber के पहले कर्मी रयान ग्रेव्स, जिन्हें एक ट्वीट से मिली थी नौकरी, आज हैं इतनी दौलत के मालिक!
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Uber के पहले कर्मी रयान ग्रेव्स, जिन्हें एक ट्वीट से मिली थी नौकरी, आज हैं इतनी दौलत के मालिक!

टैक्सी सेवा में उबर का नाम खासा है, आपको पता है कि उबर के पहले कर्मचारी रयान ग्रेव्स ने 2010 में कंपनी में बतौर सीईओ काम शुरू किया था. रयान ग्रेव्स वह कर्मचारी हैं, जिन्हें उबर ने सबसे पहले हायर किया. बात जनवरी 2010 की है. उबर तब एक साल पुराना स्टार्टअप था. काम शुरू हो चुका था. टैक्सी सर्विस के कुछ ट्रायल चल रहे थे. उबर के सीईओ ट्रेविस कैलेनिक अपने लिए साथियों की तलाश में थे.

Uber के पहले कर्मी रयान ग्रेव्स, जिन्हें एक ट्वीट से मिली थी नौकरी!

नई दिल्ली: टैक्सी सेवा में उबर का नाम खासा है, आपको पता है कि उबर के पहले कर्मचारी रयान ग्रेव्स ने 2010 में कंपनी में बतौर सीईओ काम शुरू किया था. रयान ग्रेव्स वह कर्मचारी हैं, जिन्हें उबर ने सबसे पहले हायर किया. बात जनवरी 2010 की है.

उबर तब एक साल पुराना स्टार्टअप था. काम शुरू हो चुका था. टैक्सी सर्विस के कुछ ट्रायल चल रहे थे. उबर के सीईओ ट्रेविस कैलेनिक अपने लिए साथियों की तलाश में थे.

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उन्होंने ट्वीट किया कि एक प्रोडक्ट मैनेजर की तलाश है. एनी टिप्स?? इस ट्वीट का जवाब दिया रयान ग्रेव्स ने. जवाब दिलचस्प था - हिअर इज टिप. ई-मेल मी. साथ में उन्होंने अपना ईमेल आईडी जोड़ दिया. इस बेबाक ट्वीट से रयान के अरबपति बनने का सफर शुरू हुआ.

आज रयान की कुल संपत्ति है, 1.58 अरब डॉलर. और उबर 68 अरब डॉलर की कंपनी बन चुकी है. उबर का मुकाबला अमेरिका और 70 देशों में अलग-अलग टैक्सी सेवाओं से है.

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पिछले साल अगस्त में रयान कंपनी के प्रेसिडेंट पद से हट गए हैं और अब कंपनी में रेसिडेंट आंत्रप्रेन्योर और बिल्डर के तौर पर हैं. उबर में आने से पहले रयान के पास जनरल इलेक्ट्रिक में डेटाबेस एडमिनिस्ट्रेटर के रूप में काम करने का अनुभव था.

वे फोरस्क्वेयर कंपनी में बिजनेस डेवलपमेंट का काम भी देख चुके थे. 2008 में वे जीई हैल्थकेअर में डेटाबेस एडमिस्ट्रेटर के बतौर काम कर रहे थे. जीई में काम करते हुए उन्होंने अपना एक स्टार्टअप शुरू करने की कोशिश भी की, लेकिन असफल रहे. 2009 में उन्होंने फोरस्क्वेयर में इंटर्नशिप के लिए आवेदन किया. यह फुलटाइम काम नहीं था.

उन्होंने नेटवर्किंग को अपना अहम हथियार बनाया

वे दिन में जीई में काम करते और शाम को फोरस्क्वेयर के लिए. वे शिकागो लोगों से मिलते और उन्हें बताते कि फोरस्क्वेयर कितना फायदेमंद है. एप कितना कारगर और उपयोगी है और कैसे ये काम करता है.

उन्होंने नए जोड़े गए कस्टमर्स की लिस्ट फोरस्क्वेयर और इनवेस्टर्स को भेजी. इसके बाद उन्हें फुलटाइम जॉब बिजनेस डेवलपमेंट का मिल गया. उन्होंने नेटवर्किंग को अपना अहम हथियार बना लिया.

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वे खुद को नए अवसरों के लिए सही पोजिशन में रखना चाहते थे. रयान के दिलचस्प ट्वीट के बाद कैलेनिक ने उन्हें ईमेल किया और दोनों की मुलाकात हुई. साथ में काम करने का फैसला हुआ. कुछ महीनों बाद उबर कैब लॉन्च हुई. रयान कंपनी में सीईओ बने.

रयान कहते हैं, कि मुझे यह अवसर किस्मत से मिला. मैं सही समय पर सही जगह पर था. मैं कठिन परिश्रम के लिए तैयार था और अनजाने में जाने वाले अवसर के लिए भी.

रयान में काम को लेकर है जबर्दस्त जूनून

रयान का उबर में पहला दिन था- एक मार्च. पहले ही दिन से पूरे जोर-शोर से काम शुरू हो गया. कैलेनिक ने रयान के बारे में एक इंटरव्यू में बताया कि मैंने कई स्टार्टअप के युवा एक्जीक्यूटिव्स के साथ काम किया है. लेकिन कोई भी मुझे रयान की क्वालिटी का नहीं मिला. उनमें समस्याओं को हल करने की क्षमता है. इमोशनल इंटेलिजेंस गजब का है.

पहले ही दिन से उन्होंने तेजी से काम शुरू किया. हम हर हफ्ते करीब 15 से 20 घंटे प्रोडक्टस, ड्राइवर्स, प्राइसिंग मॉडल पर काम करते. उन्होंने स्टार्टअप का गेम तेजी से समझा और उबर टीम बनाई. सेनफ्रांसिस्को सहित कई लॉन्च उन्होंने किए.

अपनी सफलता के बारे में रयान कहते हैं कि इसका कोई फॉर्मूला तो नहीं है, लेकिन सबसे अच्छा यही होता है कि वही किया जाए जो कंपनी के सबसे ज्यादा हित में हो. रयान की संपत्ति है - 1.58 अरब डॉलर. 7 साल में उबर 68 अरब डॉलर की कंपनी बन गई है.

पिछले साल अगस्त में रयान कंपनी के प्रेसिडेंट पद से हट गए हैं और अब कंपनी में रेसिडेंट आंत्रप्रेन्योर और बिल्डर के तौर पर हैं. 

(साभार- दैनिक भास्कर)

 

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