Lockdown के बीच बैंकिंग समेत ये हैं आवश्यक सेवाएं, आपको जानना है जरूरी
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Lockdown के बीच बैंकिंग समेत ये हैं आवश्यक सेवाएं, आपको जानना है जरूरी

कोरोना वायरस के चलते देश भर में हुए लॉकडाउन का दूसरा चरण 3 मई तक चलेगा. इस दौरान भारतीयों के बीच एक सर्वे हुआ है, जिसमें ये पूछा गया कि उनके लिए कौन-कौन सी वस्तुएं आवश्यक सेवाओं के दायरे में आती हैं. 

फाइल फोटो

नई दिल्लीः कोरोना वायरस के चलते देश भर में हुए लॉकडाउन का दूसरा चरण 3 मई तक चलेगा. इस दौरान भारतीयों के बीच एक सर्वे हुआ है, जिसमें ये पूछा गया कि उनके लिए कौन-कौन सी वस्तुएं आवश्यक सेवाओं के दायरे में आती हैं. लोगों ने इस सर्वे में उन वस्तुओं या फिर सेवाओं को भी आवश्यक सेवाओं में रखा है, जिन पर फिलहाल सरकार ने बैन लगा रखा है. हम आपको कुछ ऐसी ही सेवाओं के बारे में बताने जा रहे है, जिनका आम जनता बेसब्री से इंतजार कर रही है. 

टॉप पर हैं बैंकिंग सेवा
YouGuv द्वारा कराए गए इस सर्वे के अनुसार बैंकिंग सेवा पहले स्थान पर है. देश के 10 में से 9 बड़े शहरों में किए गए इस सर्वे में कुल 89 फीसदी लोगों ने बैंकिंग सेवा को पहला स्थान दिया है. इसके बाद ऑनलाइन होम रिपेयर को स्थान मिला है. सर्वे में 75 फीसदी लोगों का मानना है कि गर्मियों के शुरू होने से काफी लोग अपने फ्रिज और एसी को ठीक कराना चाहते है और इस सेवा को सरकार द्वारा खोल देना चाहिए. 

समाचार पत्र, मैगजीन भी जरूरी
लॉकडाउन के चलते अधिकांश व्यापारियों और नौकरीपेशा लोग अखबार व मैगजीन पढ़ने में ज्यादा समय व्यतीत करने लगे हैं. 61 फीसदी लोगों ने सर्वे में इस सेवा को जरूरी माना है. वहीं जानवरों के लिए स्टोर भी खोले जाने चाहिए, क्योंकि उनको दिक्कत होने पर किसे दिखाया जाएगा. जानवरों के खाने-पीने से जुड़े स्टोर्स को खोलने की वकालत भी 61 फीसदी लोगों ने की है.

सिगरेट-शराब के भी पक्षधर
हालांकि सर्वे में कुछ लोग सिगरेट और शराब की दुकानों को भी खोलने के पक्षधर दिखे. हालांकि कोरोना वायरस के दौरान सरकार ने वस्तुओं की बिक्री पर पूरी तरह से बैन लगा रखा है. इसके बाद भी 16 फीसदी लोगों ने शराब को और 12 फीसदी ने सिगरेट को आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा है. हालांकि इनकी संख्या कम होने से इन दोनों वस्तुओं की बिक्री हाल-फिलहाल में खुलने वाली नहीं है.

इन वस्तुओं की भी है डिमांड 
इसके अलावा सर्वे में लोगों ने रसोई से जुड़े सामान (40 फीसदी), गैजेट्स (33 फीसदी) और बॉडीकेयर (35 फीसदी) को भी आवश्यक सेवा और वस्तुओं के दायरे में रखा है. इन सभी वस्तुओं की ऑनलाइन बिक्री पर भी गृह मंत्रालय ने रोक लगा दी है, जिससे कई लोगों को मायूसी हुई है.

वहीं जिम और फिटनेस सेंटर खोलने को लेकर के लोग एक राय में नहीं दिखे. जहां 54 फीसदी इनको आवश्यक सेवा नहीं मानते हैं, वही 46 फीसदी का मानना है कि इनको खोलना चाहिए था. वहीं 76 फीसदी लोग सरकार द्वारा खाने-पीने के सामान की उपलब्धता पर खुश दिखे.  

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