पिछले साल इसी Quarter में GDP की विकास दर 6.8% थी. इस हिसाब से पिछले साल की तुलना में इस बार GDP Growth Rate कम रहा है.
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DNA में आज सबसे पहले देश की अर्थव्यवस्था से जुड़ी सबसे बड़ी ख़बर. आज भारत की अर्थव्यस्था की विकास दर के नए आंकड़े आए हैं. और आपको जानकर खुशी होगी कि देश की अर्थव्यवस्था तेज़ गति से बढ़ रही है. ऐसी आशंका थी कि नोटबंदी और GST की वजह से देश की अर्थव्यस्था की रफ्तार कम होगी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. अगर हम TV की भाषा में कहें.. तो ये कहा जा सकता है कि आज भारत सरकार की TRP बढ़ गई है. सबसे पहले आपको GDP के नए आंकड़ों की बड़ी बातें बता देते हैं. इस साल जुलाई से सितंबर के Quarter यानी तिमाही की GDP..Growth Rate यानी विकास दर 6.3% है. इससे पहले अप्रैल से जून के Quarter की विकास दर 5.7% थी. यानी 3 महीनों में देश की विकास दर 0.6% बढ़ी है.
पिछले साल इसी Quarter में GDP की विकास दर 6.8% थी. इस हिसाब से पिछले साल की तुलना में इस बार GDP Growth Rate कम रहा है. हालांकि सरकार के मुताबिक पिछले 5 Quarters में पहली बार GDP बढ़ा है. इसका मतलब ये है कि देश के GDP में मार्च 2016 के बाद पहली बार वृद्धि देखने को मिली है.
मार्च 2016 के बाद के 5 Quarters में GDP विकास दर लगातार गिरी थी, और 9.1% से गिरकर 5.7% तक पहुंच गई थी. लेकिन इस बार इसमें सुधार हुआ है. और ये देश के लिए एक शुभ संकेत है. अब आपके दिमाग में ये सवाल आ रहा होगा कि GDP की Growth Rate कैसे बढ़ गई? हमारे पास इसका भी जवाब है.
विकास दर बढ़ाने में कुछ महत्वपूर्ण Sectors का बड़ा योगदान है. सबसे ज्यादा Growth... Manufacturing सेक्टर में हुई है. Manufacturing सेक्टर की विकास दर पहले Quarter में 1.2% थी, जो इस बार बढ़कर 7% हो गई है. इसी तरह से Industrial Sector की विकास दर भी 1.6% से बढ़कर 5.8% हो गई है. इस Quarter में Mining Sector की Growth भी -0.7% से बढ़कर 5.5% हो गई है. और Construction Sector भी 2% से बढ़कर 2.6% हो गया है. इन सेक्टर्स में विकास की वजह से Growth Rate बढ़ी है. लेकिन कृषि के क्षेत्र में कमी हुई है. Agriculture Sector की Growth पहले Quarter में 2.3% थी, लेकिन अब वो घटकर 1.7% हो गई है.
अब ये समझने की कोशिश करते हैं कि इन आंकड़ों का मतलब क्या है. जब से देश में नोटबंदी हुई है और GST लागू हुआ है. तब से लगातार ये कहा जा रहा है कि इससे देश की अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा. आर्थिक सुधार से जुड़े हुए ये दोनों कदम चुनावी मुद्दा भी बने हुए हैं. गुजरात चुनावों में कांग्रेस.. केन्द्र सरकार को इन्हीं मुद्दों पर घेर रही है. राहुल गांधी अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं. उन्होंने किस तरह की बातें कही हैं.. और कौन कौन से जुमलों का आविष्कार किया है.. ये भी देखिए
लेकिन अब राहुल गांधी को अपने भाषणों से ये हिस्से काटने पड़ेंगे... क्योंकि अर्थव्यवस्था पर राहुल गांधी का आंकलन गलत साबित हुआ है. इन आंकड़ों का एक मतलब ये भी है कि GST और नोटबंदी जैसे आर्थिक सुधारों से अर्थव्यवस्था को नुकसान नहीं बल्कि फायदा हुआ है. नोटबंदी और जीएसटी को लगातार गलत फैसला बताया जा रहा था. लेकिन आंकड़ों ने ऐसी आशंकाओं और आरोपों को खारिज कर दिया है. सरकार को उम्मीद है कि आने वाले Quarters में GDP की विकास दर और बढ़ेगी.
GDP के ये आंकड़े गुजरात चुनाव से पहले आए हैं.. इसलिए इससे बीजेपी को बहुत फायदा होगा. अब सवाल ये भी है इससे आपके जीवन पर क्या असर पड़ेगा? और इस सवाल का जवाब ये है कि इससे आर्थिक माहौल सुधरेगा. और जब माहौल सुधरता है तो कंपनियां निवेश करना शुरू कर देती हैं. नई नौकरियां पैदा होने लगती हैं. और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश की अर्थव्यवस्था के प्रति विश्वास बढ़ जाता है. कुल मिलाकर आपके लिए ये एक अच्छी ख़बर है
कोई भी देश तरक्की कर रहा है या नहीं.. इसे समझने के लिए..अक्सर उस देश की बढ़ती हुई GDP या Per Capita Income वाले भारी-भरकम आंकड़े देखे जाते हैं. लेकिन देश की तरक्की इस बात पर निर्भर है कि उस देश के लोग कितने खुश है या कितने सुरक्षित हैं. घर के अंदर या घर से बाहर.... भय मुक्त वातावरण किसी भी देश की तरक्की का एक बड़ा कारण हो सकता है. अगर ऐसा नहीं है तो ये देश की कानून व्यवस्था और उसके समाज पर कई सवाल खड़े करता है. आपने कई बार नोट किया होगा...कि अक्सर कोई आपराधिक घटना हो जाने पर 'सरकार' और सिस्टम पर ही सवाल उठाए जाते हैं...लेकिन कोई 'समाज' पर सवाल नहीं उठाता...आज हमारे पास कुछ गंभीर आंकड़े आए हैं...जो समाज पर सवाल उठाते हैं. आप इसे समाज का GDP भी कह सकते हैं.