अमेरिका, UK, कनाडा से मोहभंग! भारतीय छात्र अब रूस और जर्मनी की ओर क्यों जा रहे?
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अमेरिका, UK, कनाडा से मोहभंग! भारतीय छात्र अब रूस और जर्मनी की ओर क्यों जा रहे?

Indian students Visa: कनाडा के अलावा, अन्य पॉपुलर देशों में भी भारतीय छात्रों की संख्या में कमी आई है.

अमेरिका, UK, कनाडा से मोहभंग! भारतीय छात्र अब रूस और जर्मनी की ओर क्यों जा रहे?

Indian Student UK Visa: विदेश में पढ़ाई का भी एक क्रेज होता है लेकिन हर क्रेज का एक समय होता है. वो कभी न कभी कम होता है. ऐसा ही एजुकेशन में भी हो रहा है. लोकसभा में शिक्षा राज्य मंत्री सुकांता मजूमदार ने एक जरूरी  जानकारी शेयर की. उन्होंने बताया कि साल 2024 में, पिछले साल की तुलना में, हायर एजुकेशन के लिए विदेश जाने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में लगभग 15 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है. यह आंकड़ा काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि पिछले कुछ सालों में विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही थी.

संसद में शिक्षा मंत्री द्वारा दिए गए जवाब के अनुसार, साल 2022 में कुल 7,50,365 भारतीय छात्र विदेशों में अपनी पढ़ाई कर रहे थे. 2023 में यह संख्या बढ़कर 8,92,989 हो गई थी, जो कि एक बड़ी बढ़ोतरी थी. लेकिन, 2024 में यह संख्या घटकर 7,59,064 रह गई. इसका मतलब है कि 1,33,920 छात्रों की कमी आई है.

कनाडा में सबसे बड़ी गिरावट:

इस गिरावट में सबसे ज्यादा कमी कनाडा में देखी गई है. 2023 में कनाडा में 2,33,532 भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर केवल 1,37,608 रह गई है. इस गिरावट के कई कारण बताए जा रहे हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख कारण इस प्रकार हैं:

वीजा नियमों में सख्ती: कनाडा ने छात्र वीजा नियमों को काफी सख्त कर दिया है, जिसकी वजह से वीजा रद्द होने और स्टडी परमिट रद्द होने के मामलों में बढ़ोतरी हुई है.
भारत-कनाडा राजनयिक तनाव: 2023 में हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव आ गया था, जिसका असर छात्रों पर भी पड़ा.

अन्य देशों में भी गिरावट

कनाडा के अलावा, अन्य पॉपुलर देशों में भी भारतीय छात्रों की संख्या में कमी आई है.

अमेरिका: अमेरिका में भी छात्रों की संख्या 2023 में 2,34,473 से घटकर 2024 में 2,04,058 हो गई है. इसका एक कारण डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्रपति चुनाव के बाद वीजा नीतियों को लेकर चिंताएं बताई जा रही हैं. अमेरिकी विश्वविद्यालयों ने भी इस गिरावट पर चिंता जताई है.

ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया में भी भारतीय छात्रों की संख्या 2023 में 78,093 से घटकर 2024 में 68,572 हो गई है.

यूके: यूके में भी छात्रों की संख्या 2023 में 1,36,921 से घटकर 2024 में 98,890 हो गई है. यूके में विश्वविद्यालयों में नौकरियों में कटौती की आशंका भी छात्रों के लिए चिंता का विषय है.

किन देशों में बढ़ी संख्या?

हालांकि टॉप 4 लोकप्रिय देशों में गिरावट देखी गई, लेकिन कुछ देशों में भारतीय छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.

रूस: रूस में छात्रों की संख्या 2022 में 19,784 से बढ़कर 2024 में 31,444 हो गई है.
फ्रांस: फ्रांस में छात्रों की संख्या 2022 में 6,406 से बढ़कर 2024 में 8,536 हो गई है.
जर्मनी: जर्मनी में छात्रों की संख्या 2022 में 20,684 से बढ़कर 2024 में 34,702 हो गई है.
न्यूजीलैंड: न्यूजीलैंड में छात्रों की संख्या 2022 में 1,605 से बढ़कर 2024 में 7,297 हो गई है.

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सरकार का प्रयास:

विदेश में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, भारत सरकार ने उनकी सहायता के लिए कई कदम उठाए हैं. इसमें आपातकालीन स्थितियों में छात्रों की मदद के लिए भारतीय समुदाय कल्याण कोष (ICWF) और शिकायतों के निवारण के लिए MADAD पोर्टल शामिल है, ताकि विदेशों में अध्ययन करते समय उनकी भलाई और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.

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