Zainab Sayeed: ज़ैनब सईद ने साल 2014 में आयोजित यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के इंटरव्यू राउंड में सबसे अधिक मार्क्स प्राप्त करके एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. उन्होंने इंटरव्यू में 275 में से 220 मार्क्स प्राप्त किए थे, जो UPSC के इतिहास में अब तक के सबसे अधिक मार्क्स हैं. ज़ैनब की यह उपलब्धि विशेष रूप से उल्लेखनीय है, क्योंकि वे पहली बार 2012 और 2013 में UPSC परीक्षा के प्रीलिम्स राउंड को भी पार करने में असफल रही थीं. लेकिन अपनी दृढ़ता और समर्पण के चलते, उन्होंने 2014 में न केवल परीक्षा पास की, बल्कि इंटरव्यू में टॉप रैंक भी प्राप्त की.


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ज़ेवियर और जामिया से हासिल की शिक्षा
ज़ैनब का संबंध कोलकाता के चितपुर इलाके से है. उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सेंट ज़ेवियर कॉलेज से इंग्लिश लिट्रेचर में ग्रेजुएशन के रूप में पूरी की. इसके बाद, उन्होंने जमिया मिलिया इस्लामिया से मास कम्युनिकेशन में पोस्ट-ग्रेजुएशन किया. UPSC परीक्षा की तैयारी के दौरान, ज़ैनब ने जमिया मिलिया इस्लामिया के सेंटर फॉर कोचिंग एंड कैरियर प्लानिंग से गाइडेंस प्राप्त की और साथ ही ज़कात फाउंडेशन ऑफ इंडिया (ZFI) की कोचिंग क्लासेज़ का भी सहारा लिया. ZFI की यह पहल अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को UPSC जैसी कठिन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में मदद करने के उद्देश्य से चलाई जाती है.


UPSC इंटरव्यू की चुनौतियां और प्रदर्शन
ज़ैनब के UPSC इंटरव्यू का समय लगभग 25 मिनट था, जिसमें उनसे अलग-अलग विषयों पर सवाल पूछे गए. सवालों में अंतरराष्ट्रीय संबंध, यूरोपीय संघ के विघटन और खुद उनके पहनावे से संबंधित एक सवाल भी शामिल था. ज़ैनब, जो हिजाब पहनती हैं, उन्होंने इस सवाल का उत्तर बेहद विनम्रता से दिया. उन्होंने कहा कि "हर किसी को वो पहनना चाहिए जिसमें वह सहज महसूस करे," और इसके समर्थन में उन्होंने एक प्रधानमंत्री के उदाहरण का उल्लेख किया, जो पगड़ी पहनते हैं, जिसे एक धार्मिक प्रतीक भी माना जाता है. ज़ैनब का आत्मविश्वास और उनकी नॉलेज इंटरव्यू बोर्ड को प्रभावित करने में सफल रही.


रोजाना इतने घंटे पढ़ती थी ज़ैनब
ज़ैनब ने UPSC की तैयारी के लिए हर दिन 6-7 घंटे पढ़ाई की और इस दौरान वे अपने टाइम मैनेजमेंट को लेकर काफी सावधान रहीं. उनका मानना था कि किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए प्रतिभा और परिश्रम का संतुलन बेहद आवश्यक होता है. ज़ैनब के अनुसार, जो भी समय वे गंवातीं, उसे वे अपनी पढ़ाई में एक्सट्रा टाइम देकर पूरा करतीं. इस प्रकार उनकी तैयारी और टाइम मैनेजमेंट की योजना उन्हें सफलता की ओर ले गई. 


बनीं प्रेरणादायक उदाहरण
ज़ैनब की प्राथमिकता भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) थी, हालांकि उन्होंने IRS (भारतीय राजस्व सेवा) में भी रुचि व्यक्त की थी. UPSC परीक्षा में 107वीं रैंक प्राप्त करने के बावजूद, उनके इंटरव्यू में शानदार प्रदर्शन ने उन्हें विशेष पहचान दिलाई. ज़ैनब के इस सफलता के पीछे उनका कठिन परिश्रम, दृढ़ निश्चय और समर्पण है, जिसने न केवल उन्हें UPSC की कठिन परीक्षा में सफल बनाया, बल्कि उन्हें एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बना दिया.