Who is Roshan Jacob: आईएएस बनने के लिए कैंडिडेट्स को अपनी स्ट्रेटजी बनानी पड़ती है, अपने सब्जेक्ट के हिसाब से मेटरियल इक्ट्ठा करना पड़ता है, इसके साथ साथ दिन रात मेहनत करने की जरूरत होती है. आज हम आपको एक ऐसी आईएएस की स्टोरी बताने जा रहे हैं जोकि हिंदी प्रदेश न होने के बावजूद 16 साल से ज्यादा से यूपी में अपनी सेवाएं दे रही हैं. वह कई जिलों की डीएम रह चुकी हैं. इसके अलावा भी वह कई दूसरे पदों पर रह चुकी हैं. 


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रोशन जैकब का जन्म केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम में हुआ था. वह अपने माता-पिता की अकेली संतान हैं. जैकब की शुरुआती पढ़ाई तिरुवनंतपुरम के सर्वोदय विद्यालय में हुई थी. इसके बाद उन्होंने गवर्मेंट कॉलेज फॉर वीमेन से बैचलर की डिग्री ली. केरल में जन्मी जैकब गैर हिंदी भाषी राज्य से ताल्लुक रखती हैं. बावजूद उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में आकर उन्होंने बेहतरीन लोक सेवक की भूमिका अदा की है. इस दौरान उन्होंने कई ऐसे प्रशासनिक काम किए जिसके लिए उन्हें समय समय पर सराहना मिलती रही है. आईएएस रोशन जैकब ने आईएएस रहते हुए ही अपनी पीएचडी पूरी की. रोशन को कविता लिखने का भी शौक है. उनके अंग्रेजी में काव्य संग्रह – ए हैंडफुल ऑफ स्टारडस्ट का विमोचन साल 2012 में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने किया था.


बनीं थी पहली महिला अफसर
रोशन जैकर यूपी माइनिंग डिपार्टमेंट की पहली महिला डायरेक्टर बनी थीं. साथ ही उनकी निगरानी में लॉकडाउन के दौरान राज्य में माइनिंग का काम शुरू करने वाला यूपी देश का पहला राज्य बना था. साल 2013 में गोंडा जिले में एलपीजी वितरण के काम को सुचारु रूप से करने के लिए रोशन जैकब का नाम पहले लिया जाता है.  


रोशन जैकब की फैमिली
रोशन जैकब के पिटी केरल सरकार में कर्मचारी थे और उनकी मां एलेयाम्मा वर्गीज भी राज्य सरकार की कर्मचारी थीं. रोशन जैकब ने अपने बैचमेट IFS officer डॉक्टर अरिंदम भट्टाचार्य से शादी की है. इनकी दो संताने भी हैं. एक बेटा और एक बेटी है.


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