Success Story Of Shashank Dwivedi IIT Bombay: जेईई मेन्स और एडवांस्ड आईआईटी में एडमिशन पाने के एंट्री गेट है. लाखों उम्मीदवार हर साल भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में पढ़ाई करने की चाहत में जेईई मेन और एडवांस्ड में शामिल होते हैं, लेकिन उम्मीदवार लाखों और सीट कम होने के चलते इस परीक्षा में कुछ ही युवा सफल होते हैं.


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लाखों में से केवल 0.7 प्रतिशत एस्पिरेंट्स ही कामयाब होते हैं, जिन्हें देश के सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग आईआईटी कॉलेजों में पढ़ने का मौका मिलता है. इंजीनियरिंग करने वाले हर युवा की चाहत होती है आईआईटी से पढ़ाई करने की, जिसे पूरा करने के लिए वे कड़ी मेहनत करते हैं. आज जानिए एक ऐसे ही युवा की के बारे में, जिन्होंने जेईई की परीक्षा में टॉप 1 रैंक हासिल की हैं. 


छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं...
हम बात शशांक द्विवेदी के बारे में कर रहे हैं. जेईई टॉपर शशांक द्विवेदी छत्तीसगढ़ राज्य के भिलाई के रहने वाले हैं. उन्होंने दिल्ली पब्लिक स्कूल भिलाई से पढ़ाई की है. इसके बाद जेईई की तैयारी करने लगे. आईआईटी में पढ़ने की चाहत इतनी गहरी थी कि, उन्होंने जेईई की परीक्षा न सिर्फ क्वालिफाई की, बल्कि अच्छा परफॉर्म किया और टॉप 1 रैंक हासिल की. इसके वह IIT बॉम्बे से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी है. शशांक के पिता स्टील प्लांट में असिस्टेंट जनरल मैनेजर थे. 


ऐसे बने शशांक जेईई टॉपर
देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक आईआईटी जेईई की परीक्षा की तैयारी के लिए युवा सोना, खेलना, लोगों से मिलना-जुलना तक छोड़ देते हैं. ऐसा ही कुछ शशांक ने भी किया और कड़ी मेहनत की बदौलत साल 2003 में जेईई की परीक्षा में टॉप 1 रैंक हासिल की हैं. उन्होंने लगातार 2 साल तक रोजाना एवरेज 12 घंटे अपनी पढ़ाई को दिए. जैसे ही परीक्षा का समय पास आने लगा तो पढ़ाई के घंटे 12 से बढ़ाकर 18 घंटे कर दिए. उन्होंने क्रिकेट, टीवी और फिल्मों से लंबे समय तक दूरी बनाए रखी.


IIT बॉम्बे से की बीटेक की पढ़ाई
शशांक आईआईटी जेईई एस्पिरेंट्स के लिए एक रोल मॉडल हैं. शशांक ने आईआईटी बॉम्बे से कंप्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की. इसके बाद शशांक ने मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) से पोस्ट ग्रेजुएशन कंप्लीट किया.