असम में बीजेपी का जबरदस्त गठजोड़, सभी पांचों सीटों पर बनाई बढ़त, हिमंत बिस्वा सरमा के आगे सब हुए पस्त!
Assam bypoll results: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की पार्टी और उनके गठबंधन पार्टियों ने सभी सीटों पर बढ़त बना ली है. असम में पांच सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव हो रहे हैं.
Assam bypoll results 2024: असम में कड़ी सुरक्षा के बीच पांच विधानसभा सीटों पर वोटों की गिनती हो रही है. ताजा रुझानों के मुताबिक, राज्य की सभी पांच सीटों पर भाजपा और उसके सहयोगी आगे चल रहे हैं. कांग्रेस के उम्मीदवार पार्टी के गढ़ समागुरी समेत कई सीटों पर पीछे चल रहे हैं. समागुरी से रकीबुल हुसैन 2001 से ही जीतते आए हैं. इस बार पार्टी ने उनके बेटे तंजील हुसैन को टिकट थमाया था.
असम में पांच सीटों पर हो रहे विधानसभा उपचुनाव
पांच सीटें एक कैबिनेट मंत्री सहित पांच विधायकों के लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई थीं. इनमें सत्तारूढ़ भाजपा के दो विधायक शामिल हैं, जिनमें एक कैबिनेट मंत्री भी शामिल है, गठबंधन सहयोगियों - असम गण परिषद (एजीपी) और यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के एक-एक विधायक और विपक्षी कांग्रेस के एक विधायक शामिल हैं. भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री परिमल शुक्लाबैद्य ने सिलचर लोकसभा सीट से सफलतापूर्वक चुनाव लड़ा और उनकी पिछली विधानसभा सीट धोलाई खाली हो गई. इस बीच, भाजपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता रंजीत दत्ता संसद के निचले सदन के लिए चुने गए. वे विधानसभा में बेहाली सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
बीजेपी गठबंधन हर सीट पर आगे
एजीपी ने इस बार संसद में पहली बार अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी. जब इसके वरिष्ठ नेता फणी भूषण चौधरी बारपेटा लोकसभा सीट से चुने गए थे. पार्टी ने राज्य में दो संसदीय क्षेत्रों में चुनाव लड़ा था हालांकि, वह धुबरी में कांग्रेस उम्मीदवार रकीबुल हुसैन से हार गए थे. चौधरी बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र से छह बार विधायक रहे थे. जब एजीपी ने उन्हें संसदीय चुनाव लड़ने के लिए बारपेटा लोकसभा सीट से मैदान में उतारा, तो चौधरी के समर्थकों ने पार्टी के फैसले का विरोध किया था और चौधरी से बोंगाईगांव के विधायक बने रहने का आग्रह किया था.
बीजेपी ने तीन सीटों पर खुद के उतारे उम्मीदवार
कांग्रेस नेता रकीबुल हुसैन ने धुबरी लोकसभा सीट पर तीन बार के एआईयूडीएफ सांसद और पार्टी प्रमुख बदरुद्दीन अजमल को 10 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था, जिससे समगुरी विधानसभा सीट से पांच बार के विधायक के रूप में उनकी स्थिति मजबूत हो गई. इस बीच, सिडली के पूर्व विधायक, यूपीपीएल के जोयंता बसुमतारी ने भी कोकराझार सीट हासिल कर सुर्खियां बटोरीं. भाजपा ने तीन विधानसभा सीटों - ढोलाई, समागुरी और बेहाली पर उपचुनाव लड़ा. डिप्लू रंजन सरमा को समागुरी में टिकट दिया गया, जबकि दिगंता घटोवार और निहार रंजन दास क्रमशः बेहाली और धोलाई विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के लिए लड़ रहे हैं.
सत्तारूढ़ पार्टी के दो सहयोगी दल कौन?
सत्तारूढ़ पार्टी के दो सहयोगी दल असम गण परिषद (एजीपी) ने बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव लड़ा, जबकि यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने सिदली सीट पर अपना उम्मीदवार उतारा. दूसरी ओर, कांग्रेस पार्टी ने सभी पांच विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे.