Haryana Assembly Elections: हरियाणा विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान के दौरान बुधवार को पीएम मोदी के बयानों और एक दिन बाद गुरुवार को रॉबर्ट वाड्रा के पलटवार से सियासी घमासान छिड़ गया है. इसके बाद हरियाणा चुनाव में रॉबर्ट वाड्रा एक बार फिर से सियासी मुद्दा बनते जा रहे हैं. व्यवसायी और गांधी परिवार के सदस्य रॉबर्ट वाड्रा कहते हैं, "मैं हैरान हूं कि प्रधानमंत्री ने एक बार फिर मेरे नाम का इस्तेमाल किया है. हरियाणा और केंद्र में उनकी अपनी सरकार है. वे जांच करवा लें."


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रॉबर्ट वाड्रा ने पीएम मोदी को दी जांच करवाने की चुनौती


वाड्रा ने मीडिया से बातचीत में आगे कहा, 'मैं जानता हूं कि पिछले दशक में उन्होंने आयोग बनाए हैं, ढींगरा आयोग ने मुझ पर और मेरी कंपनियों पर जांच की थी. हरियाणा में मेरी कितनी जमीन है, इसकी जांच के लिए आरटीआई आए थे. हमें हर तरह के नोटिस मिले हैं. हरियाणा में हम जो भी काम कर रहे थे, उसे रोक दिया गया. मैंने जिन कंपनियों से डील की, उन्हें नोटिस भेजे गए. इस तरह उन्होंने पिछले दशक में हर तरह के काम को बाधित करने की कोशिश की."


वाड्रा को चुभा 'दलालों को' और 'दामादों को' वाला बयान 


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि उनके खिलाफ अभी तक कोई आरोप साबित नहीं हो पाया. उन्होंने कहा, 'मेरे पास कितनी जमीन है, यह पता लगाने के लिए आयोग बनाए और कुछ भी साबित नहीं हुआ. वे कुछ भी साबित नहीं कर सकते क्योंकि मेरी कंपनियों ने वहां जिस तरह से काम किया, उसमें कोई गड़बड़ी नहीं थी. साथ ही प्रधानमंत्री ने जिस तरह से 'दलालों को' और 'दामादों को' कहा है, वह खराब स्वाद है."


हरियाणा विधानसभा चुनावों में वाड्रा को कांग्रेस से उम्मीद


वाड्रा ने कहा, 'हम उनसे और भी बहुत कुछ उम्मीद करते हैं... हरियाणा के लोग इस सरकार से खुश नहीं हैं और इसलिए वे इसका इस्तेमाल करते हैं. एक बार फिर मैं बहुत हैरान और निराश हूं..." हरियाणा विधानसभा चुनावों पर उन्होंने कहा, "सबसे पहले, मुझे लगता है कि कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन करेगी क्योंकि लोग बदलाव चाहते हैं. यह बदलाव जरूरी है क्योंकि लोग हमेशा अपने अनुभव के आधार पर काम करते हैं. उन्होंने उन्हें दो कार्यकाल दिए, उन्होंने उन्हें वहां और केंद्र के साथ-साथ राज्य में भी दस साल का शासन दिया..."



हरियाणा में भाजपा फिर से वाड्रा चैप्टर खोलने के लिए तैयार


इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली में इस बात के साफ संकेत मिले थे कि हरियाणा में भाजपा फिर से वाड्रा चैप्टर खोलने की तैयारी में है. हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में बुधवार को पीएम मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य को दलालों और दामादों के हवाले किया. पीएम मोदी ने अपने बयान में रॉबर्ट वाड्रा का नाम तो नहीं लिया. लेकिन इशारों ही इशारों में उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर हमला बोला.


वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील केस में कांग्रेस को घेरने की तैयारी


पीएम मोदी के इस बयान से साफ संकेत मिल गया कि एक बार फिर हरियाणा में भाजपा वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील मामले को लेकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर चुकी है. रॉबर्ट वाड्रा लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा के निशाने पर नहीं आए हैं. लिहाजा, भाजपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में डीएलएफ लैंड डील को लेकर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के जरिए चुनाव में कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश करने की तैयारी में लग गई है. 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे को जमकर भुनाया था. इसको लेकर तब राजनीतिक बवाल भी देखने को मिला था.


केजरीवाल ने भी रॉबर्ट वाड्रा पर लगाए थे भ्रष्टाचार के आरोप


आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा था. उन्होंने भी जमीन सौदे में रॉबर्ट वाड्रा पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाए थे. हालांकि, इस मुद्दे का फायदा भाजपा को मिला और इसने भाजपा के लिए हरियाणा विधानसभा चुनाव में संजीवनी का काम किया था. जिससे कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी और राज्य में भाजपा की सरकार बनी थी. तब से अब तक वहां भाजपा ही सत्ता में है. वहीं, गाहे-वगाहे डीएलएफ लैंड डील वाला जिन्न बोतल से बाहर निकलता रहा और फिर शांत हो जाता है.


हरियाणा में ये मुद्दा गरमाने वाला है, आम आदमी पार्टी भी उतरी


इस बार पीएम मोदी ने हरियाणा में रैली के दौरान जब इसका एक बार फिर जिक्र किया तो उसका इशारा साफ है कि इस बार यह मुद्दा चुनाव में गरमाने वाला है. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी की हरियाणा चुनाव में उपस्थिति भी कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन गई है. ऐसे में आप भी इस मुद्दे को इस चुनाव में लोगों के सामने उठा सकती है. साथ ही भाजपा एक बार फिर से किसानों और जमीन मालिकों से जुड़े इस चुनावी मुद्दे का फायदा उठाने में जुट सकती है.


फरवरी 2008 में हुआ रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ में विवादित डील


रॉबर्ट वाड्रा और प्रमुख भारतीय रियल एस्टेट डेवलपर डीएलएफ लिमिटेड के बीच ये विवादित सौदा फरवरी 2008 में हुआ था. वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 2008 में करीब 3.5 एकड़ जमीन खरीदी 7.50 करोड़ रुपये में थी. जिस वक्त ये सौदा हुआ था उस वक्त राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी.


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केस में हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का भी नाम


एफआईआर में हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीएलएफ गुरुग्राम और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का नाम भी शामिल किया गया था. इसमें कहा गया था कि नियमों को ताक पर रखकर वॉड्रा को इस सौदे में करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया. पीएम मोदी ने इसी मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए चुनावी रैली के मंच से कहा था कि कांग्रेस ने तो हरियाणा को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया था. 


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दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा-पीएम मोदी


उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है और जब हाईकमान भ्रष्टाचारी होता है, तो नीचे लूट का खुला लाइसेंस मिल ही जाता है. पीएम मोदी ने लोगों से कहा कि याद कीजिए, दस साल पहले जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैसे ​प्रदेश को लूटा गया था. यहां किसानों की जमीनों को जमकर लूटा गया, प्रदेश को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया गया था. दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा. किस-किस कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगे हैं, ये आप अच्छे से जानते हैं.


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