Jammu and Kashmir Assembly Elections Phase 2 Updates: जम्मू-कश्मीर में इस बार के विधानसभा चुनाव तीन चरणों में हो रहे हैं. पहले दो चरणों के मतदान 18 और 25 सितंबर को सफलतापूर्वक संपन्न हुए, जिसमें 61.38% और 57.03% मतदान हुआ. दूसरे चरण में लगभग 25.78 लाख मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. रियासी जिले में सबसे ज्यादा 74.70% मतदान दर्ज किया गया, जबकि श्रीनगर में सबसे कम 29.81% मतदाताओं ने वोट डाला.  


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239 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद
दूसरे चरण की वोटिंग के लिए 26 सीटों पर 239 उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में कैद हो गया है. चुनावी रण में कई दिग्गज नेताओं ने भी ताल ठोंकी. इनमें नेकां के उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, जेकेपीसीसी अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और भाजपा जम्मू-कश्मीर प्रमुख प्रमुख रविंदर रैना शामिल थे.


40 प्रतिशत प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने दिया वोट
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में बुधवार को करीब 40 प्रतिशत प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया.अधिकारियों ने यह जानकारी दी. प्रवासी कश्मीरी पंडितों के लिए जम्मू, दिल्ली और उधमपुर में 24 मतदान केंद्र स्थापित किए गए थे. राहत एवं पुनर्वास आयुक्त अरविंद करवानी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई-भाषा को बताया कि विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में जम्मू के 19 मतदान केंद्रों पर करीब 40 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि उधमपुर में 37 प्रतिशत और दिल्ली में 43 प्रतिशत वोटिंग हुई.’’


सबसे अधिक कहां पड़ा कश्मीरी पंडितों का वोट?
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 3,514 पुरुषों और 2,736 महिलाओं समेत कुल 6,250 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. सबसे ज्यादा 2,796 वोट हबकदल निर्वाचन क्षेत्र में डाल गए, जो कभी कश्मीरी पंडितों का गढ़ हुआ करता था. उसके बाद लाल चौक में 909 और जदीबल में 417 वोट डाले गए.


पहले चरण में कितने प्रवासी कश्मीरी पंडितों ने अपने मताधिकार का किया इस्तेमाल 
पहले चरण में 18 सितंबर को जम्मू में दक्षिण कश्मीर की सीटों के लिए 34,000 में से 9,218 कश्मीरी पंडितों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था, जबकि बुधवार को दूसरे चरण में मध्य कश्मीर सीट के लिए 15,500 से अधिक मतदाताओं में से 6,250 ने मतदान किया. बुधवार को जम्मू-कश्मीर की 26 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ.  अब तीसरे और आखिरी चरण का मतदान 1 अक्टूबर को होगा, जिसमें चार मुख्य हिंदू बहुल जिलों - जम्मू, सांबा, कठुआ और उधमपुर में चुनाव होंगे. इन जिलों को भारतीय जनता पार्टी (BJP) का गढ़ माना जाता है। बीजेपी ने इन सीटों पर पूरी ताकत झोंक दी है.