Kundarki Results: बीजेपी के रामवीर की टोपी 11 मुस्लिम उम्मीदवारों पर पड़ी भारी, कुंदरकी में कैसे पलट दिया गेम
Kundarki Seat: चुनाव प्रचार के दौरान रामवीर सिंह का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह नमाजी टोपी और अरबी रुमाल पहनकर वोट मांगते दिख रहे थे. सपा ने इस वीडियो को मुद्दा बनाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा, लेकिन परिणामों ने बाजी पलट दी.
UP bypoll Results: उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी ने विपक्ष पर जोरदार पलटवार करते हुए दमदार प्रदर्शन किया है. इन 9 सीटों में से सात सीट पर एनडीए और सिर्फ 2 पर सपा जीती है. इसी कड़ी में कुंदरकी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. इस सीट की जबरदस्त चर्चा है क्योंकि सपा की मजबूत गढ़ मानी जाने वाली इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रामवीर सिंह ने जीत ली है. रामवीर सिंह ने सपा के हाजी रिजवान को 1 लाख 44 हजार 791 वोट से हरा दिया. सपा को यहां सिर्फ 25,580 वोट मिले. आजाद समाज पार्टी यहां तीसरे स्थान पर रही उसे 14,201 वोट मिले. बीजेपी यहां 31 सालों बाद जीती और बहुत बड़े अंतर से जीती. यह जीत महत्वपूर्ण मानी जा रही है क्योंकि 31 साल बाद बीजेपी ने इस मुस्लिम बहुल सीट पर सफलता का स्वाद चखा है.
सीट पर 12 प्रत्याशी मैदान में.. 11 मुस्लिम
असल में यूपी की कुंदरकी सीट पर चुनाव के शुरुआती रुझानों में सपा प्रत्याशी हाजी रिजवान आगे थे, लेकिन कुछ राउंड के बाद बीजेपी के रामवीर सिंह ने बढ़त बनाना शुरू कर दिया. हर राउंड के साथ उनकी बढ़त बढ़ती गई और सपा इतनी पीछे छूट गई कि उसकी जीत असंभव हो गई. इस सीट पर 12 प्रत्याशी चुनावी मैदान में थे, जिनमें से 11 मुस्लिम उम्मीदवार थे. केवल बीजेपी ने हिंदू प्रत्याशी उतारे थे. लेकिन बीजेपी प्रत्याशी रामवीर सिंह ने ना सिर्फ हिंदू वोट साध लिए बल्कि मुस्लिम मतदाताओं के साथ भी उनका मेलजोल काम कर गया.
रामवीर सिंह की टोपी रही चर्चा में..
चुनाव प्रचार के दौरान रामवीर सिंह का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह नमाजी टोपी और अरबी रुमाल पहनकर वोट मांगते दिख रहे थे. सपा ने इस वीडियो को मुद्दा बनाते हुए बीजेपी पर निशाना साधा, लेकिन परिणामों ने साबित किया कि यह रणनीति रामवीर सिंह के पक्ष में गई. बहुत से मुस्लिम मतदाताओं ने खुलकर बीजेपी का समर्थन किया. यह सपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है.
बीजेपी की जीत के कई मायने
कुंदरकी सीट पर 65 फीसदी मुस्लिम मतदाता होने के बावजूद बीजेपी की जीत के कई मायने निकाले जा रहे हैं. सपा ने 2012 से 2022 तक इस सीट पर लगातार कब्जा बनाए रखा था. लेकिन रामपुर और स्वार जैसे उपचुनावों में कमजोर प्रदर्शन के बाद सपा की परेशानियां कुंदरकी में भी बढ़ गईं. बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष कुंवर बासित अली ने इस जीत को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बताते हुए कहा, "हिंदू-मुस्लिम मिल गया, कुंदरकी में कमल खिल गया. कुंदरकी में बीजेपी की यह जीत चर्चा में है. मुस्लिम बहुल सीट पर 31 साल का सूखा खत्म कर बीजेपी ने जोरदार कमाल किया है.