दिल्ली का 'विकास दुबे' बनने से पहले क्राइम ब्रांच ने दाऊद के इस गुर्गे को किया गिरफ्तार
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दिल्ली का 'विकास दुबे' बनने से पहले क्राइम ब्रांच ने दाऊद के इस गुर्गे को किया गिरफ्तार

दिल्ली का 'विकास दुबे' बनने से पहले ही क्राइम ब्रांच ने 22 लाख की पिस्टल के साथ दाऊद के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है.

दिल्ली का 'विकास दुबे' बनने से पहले क्राइम ब्रांच ने दाऊद के इस गुर्गे को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली: दिल्ली का 'विकास दुबे' बनने से पहले ही क्राइम ब्रांच ने 22 लाख की पिस्टल के साथ दाऊद के एक गुर्गे को गिरफ्तार किया है. दिल्ली पुलिस ने एक खतरनाक अपराधी अनवर ठाकुर को गिरफ्तार किया है जिसने विकास दुबे से पहले ही 1992 में सदर बाजार पुलिस स्टेशन के अंदर पुलिस के एक मुखबिर की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसके बाद अदालत ने अनवर ठाकुर को उम्र कैद की सजा भी सुनाई.

सजा काटने के दौरान अनवर ठाकुर पैरोल पर जेल से बाहर आया और पैरोल तोड़ कर फरार हो गया. फिलहाल वो नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट के छेनू गैंग को दोबारा खड़ा करने की कोशिश कर रहा था. पुलिस ने इसके पास से ब्राजील मेक की एक सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल भी जब्त की है जिसकी कीमत करीब 22 लाख रुपए बताई जा रही है.

अनवर ठाकुर का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है. अनवर ठाकुर के छह भाई और चार बहने हैं. पुलिस के मुताबिक अनवर ठाकुर और उसका भाई अशरफ अंडरवर्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए काम करते थे.

साल 2002 में मुंबई पुलिस ने अनवर के भाई अशरफ को एनकाउंटर में मार गिराया था. अनवर के संबंध फजलू रहमान और बबलू श्रीवास्तव से भी थे.अनवर ठाकुर ने विकास दुबे से काफी पहले पुलिस थाने में घुसकर हत्या को अंजाम दिया था. दिल्ली पुलिस ने अनवर को उम्र कैद की सजा दिलवाई थी.

पैरोल पर बाहर आने के बाद अनवर ठाकुर, छेनू पहलवान के जेल में जाने के बाद उसके गैंग को दोबारा खड़ा करने की कोशिश कर रहा था.

बता दें​ कि दिल्ली के नॉर्थ ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में छेनू गैंग और नसीर गैंग की गैंगवार में दो दर्जन से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अनवर ठाकुर को चांदबाग इलाके से गिरफ्तार किया है.

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