Goldy Brar Murder: सिद्धू मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ मारा गया? अमेरिका में मर्डर की अटकलों ने पकड़ा जोर
Goldy Brar Murder News: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ के बारे में चौंका देनी वाली खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि गैंगस्टर की अमेरिका के कैलिफोर्निया में हत्या कर दी गई है.
Goldy Brar Murder News: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ के बारे में चौंका देनी वाली खबर सामने आई है. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि गैंगस्टर की अमेरिका के कैलिफोर्निया में हत्या कर दी गई है. पुलिस या किसी अन्य अधिकारी ने गोल्डी बराड़ के मारे जाने की अभी तक कोई पुष्टि नहीं की है. कहा जा रहा है कि गोल्डी बराड़ को दल्ला लखबीर गैंग के सदस्यों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
कनाडा के 25 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की लिस्ट में नाम
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में कैलाफोर्निया के होटल फेयरमाउंट में गैंगस्टर की गोली मारकर हत्या कर दी गई. लंबे समय से यह माना जा रहा था कि गैंगस्टर गोल्डी बराड़ कनाडा में था. बता दें कि गोल्डी कनाडा के 25 मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की लिस्ट में भी शामिल है.
मूसेवाला हत्याकांड का मास्टरमाइंड
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में गोल्डी बराड़ा का नाम सुर्खियों में आया था. कहा गया था कि मूसेवाला की हत्या का मास्टरमाइंड गोल्डी बराड़ ही है. सिद्धू मूसेवाला की 29 मई, 2022 को हत्या हुई थी. हमलावरों ने सिंगर पर कई राउंड फायर किए थे और उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी.
कौन है गोल्डी बराड़?
गैंगस्टर गोल्डी बराड़ का असली नाम सतिंदरजीत सिंह है. वह पंजाब के एक पूर्व पुलिसकर्मी का बेटा है. पंजाब में गैंग वार के साथ गोल्डी ने अपराध की दुनिया में कदम रखा. वह जल्द ही बड़े अपराध को अंजाम देने लगा. पंजाब में मोस्ट वांटेड गैंगस्टर की लिस्ट में शामिल होने के बाद भी वह हत्या जैसे अपराधों और यहां तक कि अवैध हथियारों की तस्करी को अंजाम देता रहा है.
गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई की दोस्ती
जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से नजदीकी सामने आने के बाद गोल्डी बराड़ का नाम और कुख्यात होने लगा. बिश्नोई के जेल में होने के कारण, यह माना जाता था कि बराड़ ही कनाडा से गिरोह की गतिविधियों को चला रहा था और गैंग के सदस्यों को निर्देश दे रहा था. गैंग के शूटरों के बड़े नेटवर्क तक उसकी पहुंच थी और वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल जबरन वसूली और अवैध हथियारों की तस्करी जैसी आपराधिक गतिविधियों के लिए भी करता रहा है.