पुलिस ने मर्डर के आरोपी को पकड़ने के लिए उसी के गांव में जाकर मजदूरी की. आरोपी 16 साल से पुलिस को चकमा दे रहा था. उसपर दो साल के बच्चे की हत्या आरोप है. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने 2 साल के बच्चे को पहले करंट लगाया और उसके बाद उसे जमीन पर पटक कर उसकी हत्या कर दी.
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Crime News: पुलिस को दो साल के बच्चे की हत्या के आरोपी को पकड़ने के लिए मजदूर बनना पड़ा. आरोपी करीब 16 साल से पुलिस को चकमा दे रहा था, लेकिन इस बार पुलिस ने आरोपी को दबोचने के लिए ऐसी चाल चली जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल, पुलिस की एक टीम ने उसे पकड़ने के लिए उसी के गांव के पास एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में कई दिनों तक मजदूरी की, इसके बाद पुलिस को कामयाबी मिली.
पुलिस ने बताया कि करीब 16 साल पहले आरोपी ने 2 साल के बच्चे को पहले करंट लगाया और उसके बाद उसे जमीन पर पटक कर उसकी हत्या कर दी. इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया और अपने गांव बिहार के चंपारण जिला भाग गया. पुलिस ने आरोपी पर 25 हजार का इनाम भी रखा था. पुलिस के अनुसार, बच्चे की हत्या साल 2009 के सितंबर महीने में हुई थी. इसी मामले में चंपारण का रहने वाला नितेश कुशवाहा फरार चल रहा था.
पुलिस ने बताया कि केस दर्ज होने के बाद पुलिस आरोपी को पकड़ने के लिए कई बार छापेमारी की, लेकिन पुलिस की भनक मिलते ही वो पड़ोसी देश नेपाल भाग जाता था. इसके बाद आरोपी पर कुर्की की कार्रवाई हुई और तब उसपर एक हजार का इनाम था.
करीब दो सप्ताह पहले ही पुलिस टीम आरोपी को दबोचने के लिए उसके गांव गई थी, जहां उन्होंने कंस्ट्रक्शन कंपनी में मजदूरी की. इस दौरान पुलिस ने आरोपी के गांव वालों से जान पहचान बढ़ाई. पता चला कि आरोपी नोएडा गया है. पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को अरेस्ट कर लिया.
मां के सामने बच्चे की पटक कर हत्या
आरोपी का मृतका बच्चे के घर आना जाना होता था और उसकी बच्चे के पिता से दोस्ती थी. इस बीच आरोपी और बच्चे के पिता के बीच पत्नी से गलत संबंध को लेकर कहासुनी भी हुई थी. एक दिन आरोपी ने बदला लेने की नियत से बच्चे को करंट लगा दिया. इतने में बच्चे की मां भी पहुंच गई और आरोपी ने बच्चे को जमीन पर पटक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपी भेष बदलकर रहने लगा था.
2016 से पुलिस पर नजर
पुलिस के पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो मैकेनिक का काम करता था. उन्होंने बताया कि वह 2016 से पुलिस पर नजर रखे हुए हैं, इसमें उसकी मदद गांव वाले और परिवार के लोग करते थे. आरोपी ने बताया कि जैसे ही पुलिस की आने की खबर होती थी वो नेपाल भाग जाता था.