Darbhanga: विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के कादिराबाद में एक महिला पिछले 10 दिनों से एक नवजात बच्चे को अपने पास रखे हुई थी. बाद में यह खबर मोहल्ले भर में फैल गई. इसके बाद चाइल्ड लाइन के सहयोग से बाल कल्याण समिति ने बच्चे को बरामद कर लिया और बच्चे के मां-बाप की खोज कर रही है. साथ ही, बच्चा कहां से आया इसकी जांच की जा रही है.  


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बच्चे को पाल-पोस रही महिला सीता देवी ने बताया कि 'उसे मोहल्ले के ही दो युवकों ने इस बच्चे को लाकर दिया था.' उसने बताया कि 'उस समय इस बच्चे की नाल तक नहीं काटी गई थी.' वहीं, उसने बताया कि 'वह निसंतान है इसलिए इस बच्चे को अपना समझ कर पाल-पोस रही थी.'


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वहीं, चाइल्ड लाइन के टीम मेंबर पंकज चौधरी ने कहा कि 'उन्हें सूचना मिली थी कि एक नवजात बच्चे को एक महिला अपने पास रखे हुई है. इसके बाद उन्होंने पुलिस के साथ यहां पहुंचकर बच्चे को बरामद कर लिया है.'


उन्होंने कहा कि 'बिना किसी सूचना के लावारिस बच्चे को अपने पास रखना कानून जुर्म है और इसके लिए 6  महीने तक की सजा और 1 लाख तक जुर्माना हो सकता है.'


इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि 'अब इस बच्चे को बाल कल्याण समिति के माध्यम से कोर्ट में पेश किया जाएगा. वहां से इस बच्चे को 2 महीने तक इसके माता-पिता की खोज के लिए रखा जाएगा.' उन्होंने कहा कि 'इस अवधि के बाद ही कोई सुयोग्य व्यक्ति इस बच्चे को गोद लेने के लिए कानून आवेदन कर सकता है.'


(इनपुट-मुकेश)