एग्जाम्स की डेट शीट आते ही बोर्ड एग्जाम्स में बैठने वाले छात्रों की दिलों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं. ऐसे में स्टूडेंट अच्छे मार्क्स के चक्कर में पढ़ाई में ऐसे मशगूल हो जाते हैं कि दिन कब हुआ और रात कब उन्हें पता ही नहीं चलता.
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नई दिल्लीः एग्जाम्स की डेट शीट आते ही बोर्ड एग्जाम्स में बैठने वाले छात्रों की दिलों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं. ऐसे में स्टूडेंट अच्छे मार्क्स के चक्कर में पढ़ाई में ऐसे मशगूल हो जाते हैं कि दिन कब हुआ और रात कब उन्हें पता ही नहीं चलता. टेंशन के मारे वह न तो अच्छे से खा पाते हैं और न ही सो पाते हैं, जिसका प्रभाव कभी-कभी उनके रिजल्ट पर देखने को मिलता है. इसलिए छात्रों को परीक्षा की तैयारी और परीक्षा देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, जिसके बारे में वह कभी-कभी भूल जाते हैं. आज हम आपको कुछ ऐसी ही बातें बताने वाले हैं जिन पर ध्यान देने से न सिर्फ आप मन लगाकर पढ़ाई कर पाएंगे, बल्कि आप परीक्षा में भी अच्छा परफोर्म करेंगे.
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कम्प्टीशन
परीक्षा की तैयारी के दौरान स्टूडेंट हमेशा दूसरों की देखा-देखी पढ़ाई करने की कोशिश करते हैं. उन्हें लगता है अगर जितना सामने वाला व्यक्ति पढ़ रहा है, उतना ही मैंने भी पढ़ लिया तो मेरे भी उसके बराबर या उससे ज्यादा नंबर आ सकते हैं. इसके चक्कर में छात्र जल्दी-जल्दी अपना सिलेबस खत्म करने की कोशिश में लग जाता है और कुछ समझे बिना ही पन्ने पलटाने लगता है. ऐसे में न तो बच्चे का पढ़ाई में मन लगता है और न ही वह अपने हिस्से की पढ़ाई पर ध्यान दे पाता है. इसलिए कभी भी दूसरों की देखा-देखी पढ़ाई न करें. हमेशा अपने मन और अपने टाइम टेबल के हिसाब से पढ़ें.
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कंपेरिजन
न सिर्फ छात्रों को बल्कि उनके पैरेंट्स को भी अपने बच्चों की तुलना किसी दूसरे बच्चे से नहीं करना चाहिए. न ही उन्हें दूसरे की तरह पढ़ने के लिए या दूसरे की तरह नंबर लाने के लिए कहना चाहिए. इससे बच्चा दूसरों को अपने से बेहतर समझने लगता है, जिससे बच्चों में हीन भावना आ जाती है. इससे बच्चा पढ़ाई पर ध्यान नहीं दे पाता और डिप्रेशन में चला जाता है. जिससे न सिर्फ बच्चे की पढ़ाई पर असर होता है, बल्कि उसके रिजल्ट और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर भी इसका बुरा असर होता है.
कॉन्सेप्ट को समझें
कभी भी सिलेबस खत्म करने के लिए जल्दी-जल्दी पढ़ाई करने की कोशिश न करें. हमेशा आराम से और कॉन्सेप्ट को समझकर पढ़ाई करें. इससे चीजें समझ में आती हैं और परीक्षा तक चीजें याद रहती हैं. वहीं परीक्षा के समय होने वाली घबराहट से भी छुटकारा मिलेगा और कंफ्यूजन दूर होगा.
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प्रश्नपत्र को अच्छे से न पढ़ना
परीक्षा में मिलने वाले प्रश्नपत्र को ध्यान से न पढ़ना भी काफी खतरनाक हो सकता है. दरअसल, कई बार छात्र जल्दबाजी के चलते प्रश्नपत्र को बस सरसरी निगाह से देख लेते हैं और प्रश्न को समझे बिना ही उत्तर लिखना शुरू कर देते हैं. जिससे कई बार कंफ्यूजन पैदा हो जाता है और किसी और सवाल का जबाव कहीं और लिखकर चले आते हैं. इसलिए उत्तर लिखने से पहले प्रश्न को अच्छे से पढ़ लें.