Ethical Hacker: ये हैं साइबर वर्ल्ड के वॉरियर्स, खूब हैं जॉब्स के मौके
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Ethical Hacker: ये हैं साइबर वर्ल्ड के वॉरियर्स, खूब हैं जॉब्स के मौके

आज जिस तरह से साइबर क्राइम (cyber crime) बढ़ रहा है, उसे देखते हुए एथिकल हैकिंग जैसा कोर्स करियर के लिहाज से काफी अहम हो गया है. इस फील्ड में जॉब्स की काफी अच्छी संभावनाएं मौजूद हैं.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: साइबर स्पेस (Cyber space) की दुनिया आज साइबर वॉर की चपेट में है. हर कोई एक-दूसरे की सिक्योरिटी सिस्टम (Security System) पर अटैक कर रहा है. इससे भारत भी अछूता नहीं है. इस साइबर वारफेयर (Cyber warfare) में ब्लैक हैट हैकर्स की चुनौतियों से निपटने के लिए देश को लाखों साइबर वॉरियर्स (Ethical Hackers)) की जरूरत है. आपको बात दें कि वेबसाइट हैक करना गैरकानूनी है, लेकिन जब यह काम लॉ के दायरे में रह कर और अच्छे उद्देश्य के लिए करते हैं, तो आप एथिकल हैकर (Ethical Hacker) बन सकते हैं. कई बार आपके पास भी फर्जी ईमेल आया होगा, आपका ईमेल अकाउंट (email account) कभी हैक भी हुआ होगा या फिर आपने अपने किसी दोस्त से सुना होगा कि उसका अकाउंट किसी ने हैक कर लिया है और उससे ठगी वाले कुछ मेल भेजे जा रहे हैं. दरअसल, हैकर्स किसी अकाउंट को हैक कर वहां से गोपनीय जानकारी इकट्ठा करते हैं. आज जिस तरह से साइबर क्राइम (cyber crime) बढ़ रहा है, उसे देखते हुए एथिकल हैकिंग जैसा कोर्स करियर के लिहाज से काफी अहम हो गया है.

  1. एथिकल हैकिंग में करियर के हैं भरपूर विकल्प 
  2. गवर्नमेंट और प्राइवेट सेक्टर में हैं अवसर 
  3. कर सकते हैं डिप्लोमा और सर्टिफिकेट कोर्स
  4.  

कैसे कर सकते हैं एंट्री
एथिकल  हैकर्स बनने के लिए जरूरी नहीं है कि आपके पास इंजीनियरिंग की डिग्री हो ही. किसी भी सब्जेक्ट में ग्रेजुएट हैं या फिर सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की डिग्री है, तो ज्यादा वैल्यू मिलती है. भारत के ज्यादातर संस्थानों से एथिकल  हैकिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया जा सकता है. वर्तमान में कंप्यूटर के एक्सपर्ट ही ऐसे कोर्स कर रहे हैं, जिसके कारण एथिकल हैकर्स की काफी कमी है. सरकारी खुफिया विभाग (Intelligence Department) या अन्य विभाग के लोग भी इस कोर्स को कर रहे हैं. कई इंस्टीट्यूट साइबर सिक्योरिटी से जुड़े सर्टिफिकेट प्रोग्राम और लांग टर्म प्रोग्राम चला रहे हैं. इनमें सर्टिफाइड इंफॉर्मेशन सिस्टम ऑडिटर, सर्टिफाइड इंफॉर्मेशन सिस्टम मैनेजमेंट, सर्टिफाइड इंफॉर्मेशन सिस्टम आदि मुख्य हैं. इसके अलावा, सिस्को सर्टिफाइड सिक्योरिटी प्रोफेशनल्स और माइक्रोसॉफ्ट सर्टिफाइड सिस्टम इंजीनियर जैसे सर्टिफिकेशन कोर्स से जॉब में काफी मदद मिलती है. ईसी-काउंसिल जो कि इंटरनेशनल ऑथोराइज्ड संस्था है वह सर्टिफाइड एथिकल  हैकर (ECH) में सर्टिफिकेशन देती है. एथिकल हैकिंग कोर्स में इंटरनेट से संबंधित तमाम बारीक चीजों के बारे में सिखाया जाता है. इससे संबंधित कोर्स में सिक्योरिटी टेस्टिंग की कार्य प्रणाली, ऑफेसिंग स्निफिंग, प्रीविलेज एस्कलेटिंग, हैकिंग, अटैकिंग नेटवर्क वर्क सिस्टम, हैकिंग वेब ऐप्लिकेशन, क्रॉस साइट स्क्रिप्टिंग, ब्रेकिंग आईपी, डिफेसमिंव टेकनीक, सिस्टम हैकिंग पासवर्ड क्रैकिंग, पैनेट्रेशन टेस्टिंग हैकिंग वेबसर्विस वायरस ऐंड वर्म आदि से संबंधित जानकारी दी जाती है.

हैकर्स से दुनिया परेशान  
आज के हाईटेक वर्ल्ड में इंडीविजुअल्स के लेकर कॉरपोरेट बॉडीज, गवर्नमेंट एजेंसीज आदि कंप्यूटर और इंटरनेट पर डिपेंड हैं. ऐसी स्थिति में ईमेल हैक करना, डाटा की चोरी, वायरस का अटैक, पासवर्ड क्रेक करना, क्रेडिट कार्ड नंबर की चोरी, सीक्रेट डाटा को चुराना जैसे साइबर क्राइम तेजी से बढ़ रहे हैं. इस तरह की घटनाओं से साइबरस्पेस में चुनौतियां बढ़ती जा रही हैं. दूसरी तरफ हैकिंग के नए-नए तरीकों ने भी सिक्योरिटी एजेंसियों को भी परेशानी में डाल दिया है. हैकर्स सिस्टम में लूपहोल्स खोजते हैं फिर उसे हैक करने की कोशिश करते हैं. इन्हीं चुनौतियों से निपटने के लिए आईटी सिक्योरिटी इंडस्ट्री में एथिकल  हैकर्स या फिर साइबर सिक्योरिटी इंजीनियर्स की डिमांड काफी बढ़ गई है. दरअसल, साइबर स्पेस में हैकिंग एक ऐसा शब्द है, जिसे सुनकर आम तौर पर लोग सहम जाते हैं. वास्तव में हैकिंग भी वायरस की तरह कंप्यूटर की एक बड़ी समस्या है. हैकिंग के द्वारा हैकर आपके कंप्यूटर या आपके संबंधित अकाउंट पर हैकर पूरी तरह से हावी हो जाता है. इसके बाद उसे आपके डेटा को चुराने या खत्म करने की आजादी मिल जाती है. वाई-फाई इंटरनेट कनेक्शन से चलने वाले सिस्टम को हैक करना ज्यादा आसान होता है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंप्यूटर में घुसपैठ की बढ़ती समस्या से ही निपटने के लिए एथिकल हैकर्स का नया कोर्स करियर के लिए विकल्प के तौर पर एक बेहतरीन मौका बनकर सामने आया है.

क्या करते हैं एथिकल हैकर्स
एथिकल हैकर यानी व्हाइट हैट हैकर्स साइबर वर्ल्ड के जेम्स बॉन्ड होते हैं, जो ब्लैक हैट हैकर्स यानी बैड गाइज से सिस्टम की सुरक्षा करते हैं. एथिकल हैकर ऐसा साइबर एक्सपर्ट या वारियर्स होता है, जो किसी की भलाई के लिए हैकिंग और हैकिंग से बचाव करता है. सोशल नेटवर्किंग साइट्स, सर्च ईंजन, बेवसाइट आदि की तकनीकी खामी यानी बग-बाउंटी खोजने के लिए इथिकल हैकर्स को प्रेरित करता है, ताकि वे क्लाइंट की साइट या प्रोग्राम की सिक्योरिटी से जुड़ी खामियों का पता लगाएं. एथिकल हैकर अपनी टेक्निकल स्किल और दिमाग से साइबरस्पेस के दुश्मन ब्लैक हैट से मुकाबला करते हैं. वे भी ब्लैक हैकर्स की तरह ही शार्प माइंडेट होते हैं, लेकिन दोनों का मोटिव बिल्कुल अलग-अलग होता है. एथिकल हैकर्स या इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी एक्सपर्ट आईटी, पुलिस सर्विसेज, डिफेंस, इंश्योरेंस, बैंकिंग आदि सेक्टर्स के डाटा को हैकर्स से सिक्योर रखने का काम करते हैं.
 
जॉब मार्केट
इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी इंडस्ट्री काफी तेजी से बढ़ रहा है. आईटी सेक्टर में पावर हाउस होने के बाद भी साइबर सिक्योरिटी के मामले में भारत की स्थिति अच्छी नहीं है. वैसे, यह फील्ड न सिर्फ तेजी से ग्रोथ कर रही है, बल्कि यहां जॉब की असीम संभावनाएं हैं. दरअसल यह नया फील्ड है, इसके बारे में लोगों की जानकारी भी कम है. इस वजह से यह क्षेत्र काफी एक्साइटिंग है. इसके विशेषज्ञों की मांग लगातार बढ़ रही है. जैसे-जैसे लोगों की निर्भरता इंटरनेट पर बढ़ती जा रही है, नेटवर्क सिक्योरिटी एक चुनौती बनती जा रही है. इस लिहाज से आने वाले दिनों में एथिकल हैकर्स की डिमांड उम्मीद से कहीं ज्यादा होगी.  इस फील्ड के प्रोफेशनल्स गवर्नमेंट सेक्टर, आईटी, फाइनेंस, पावर, ऑयल ऐंड गैस, टेलिकॉम, एयरलाइंस, ऑनलाइन मीडिया कंपनी, सोशल मीडिया ईमेल ऑनलाइन नेटर्किंग कंपनीज आदि में जॉब कर सकते हैं. ई-कॉमर्स कंपनियां, एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया, एयरसेल आदि में भी इथिकल हैकर्स की डिमांड है. गूगल, याहू आदि वेब कंपनियां भी यूजर की प्राइवेसी बनाए रखने के लिए इन्हें काम पर रख रही हैं. इसके अलावा, गवर्नमेंट सेक्टर में भी एथिकल हैकर की मांग बढ़ रही है। इन कंपनियों में एथिकल हैकर, सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेटर, पैनीट्रेशन टेस्टर, सिक्योरिटी ऑडिटर, सिक्योरिटी कंसल्टेंट, साइबर क्राइम इंवेस्टीगेटर, आईएस एग्जीक्यूटिव मैनेजर, सिक्योरिटी एडवाइजर आदि के तौर पर काम कर सकते हैं.

सैलरी पैकेज
इस क्षेत्र में शुरुआती एनुअल सैलरी 4-6 लाख रुपये हो सकती है. एक-दो वर्ष का वर्क एक्सपीरियंस हासिल करने के बाद एनुअल सैलरी 6-8 लाख रुपये और पांच वर्ष का एक्सीरियंस है, तो सैलरी 12-15 लाख रुपये एनुअल हो सकती है.

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टॉप कोर्सेज
-पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी
-एमएससी इन साइबर फोरेंसिक्स एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी
-एमएस साइबर लॉ एंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी
-एमटेक साइबर सिक्योरिटी सिस्टम्स ऐंड नेटवर्क्स
-पीजी डिप्लोमा इन इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी ऐंड क्लॉउड कंप्यूटिंग
-एमटेक इन कंप्यूटर साइंस ऐंड इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी
-एमटेक इन इन्फॉर्मेशन सिक्योरिटी ऐंड कंप्यूटर फोरेंसिक

टॉप इंस्टीट्यूट
-नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स ऐंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, कालीकट
-इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन सिक्योरिटी, मुंबई
-यूनिवर्सिटी ऑफ मद्रास, चेन्नई
-इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, हैदराबाद
-एसआरएम यूनिवर्सिटी, चेन्नई
-इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी
-आईआईआईटी, इलाहाबाद 

 

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