रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे. इसके बाद उन्होंने 1 जनवरी 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला.
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नई दिल्ली. तमिलनाडु के कन्नूर में बुधवार को सेना का MI-17 हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया. घने जंगलों में हुए इस दुर्घटना की वजह से हेलिकॉप्टर में आग लग गई. इस हेलिकॉप्टर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 अफसर सवार थे. सेना की तरफ से किए जा रहे रेस्क्यू में 4 शव अब तक बरामद किए गए हैं. वहीं, जनरल रावत को वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती किया गया है. लेकिन उनकी स्थिति कैसी इसको लेकर अभी तक सेना की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.
रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे. इसके बाद उन्होंने 1 जनवरी 2020 को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का जिम्मा संभाला. वह भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) है. इस हादसे के बाद MI-17 हेलिकॉप्टर की चर्चा हो रही है. ऐसे में आइए बताते हैं कि इस हेलिकॉप्टर की खासियत होती है...
MI-17 हेलिकॉप्टर की खासियत
1- इस हेलिकॉप्टर की रफ्तार 250 किमी प्रति घंटा है. साथ यह 6000 मीटर की अधिकतम उंचाई तक उड़ान भरने में सक्षम है. एक बार में यह 580 किमी की दूरी तय कर सकता है.
2- MI-17V5 कई तरह से हथियारों से लैस है. इसमें शतर्म-5 मिसाइल्स, एस-8 रॉकेट, एक 23 मिमी मशीन गन, पीकेटी मशीन गन्स के साथ 8 फायरिंग पोस्ट्स शामिल होते हैं.
3- इसी हेलिकॉप्टर का इस्तेमाल 26/11 हमले के दौरान कमांडो आॉपरेशन के रूप में भी किया गया था.
4- MI-17V5 ही वो वायुयान था, जिसने पाकिस्तानी लांच पैड को तबाह किया था और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे बड़े अभियान को अंजाम दिया था.
5- इस हेलिकॉप्टर में एक साथ 24 लोग बैठ सकते हैं. एक समय में यह विमान 4000 किलोग्राम वजन ले जा सकता है.
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