नई दिल्ली: हम रोज उठने के बाद खाने का प्लान करने लगते हैं. ब्रेकफास्ट से लेकर रात के खाने तक हम ना जाने कितनी चीजें खाते हैं. कभी हरी सब्जियां खाते हैं, तो कभी लाल रंग का मीट. कभी सफेद पनीर खाते हैं, तो कभी पीले रंग का कॉर्न. यहां तक का काले रंग की चटक कॉफी भी पीते हैं. लेकिन कभी सोचा है कि इतना कलरपुल खाने के बाद हमारे मल (Potty) का रंग ब्राउन या हल्का पीला क्यों होता है? आइए जानते हैं...


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

जानिए कौन-सी पढ़ाई करके, आप भी बना सकते हैं वैक्सीन

इसके पीछे हैं साइंस
यह कोई मजाक का विषय नहीं है. दरअसल, हमारे शरीर से निकले वाले हर पदार्थ का साइंस से संबंध है. हम जो खाते हैं, उसको पचाने के लिए कुछ तत्वों का इस्तेमाल होता है. इसके अलावा खाने बाद कुछ अपशिष्ट भी होता है. इनकी वजह से ही मल का रंग तय होता है. मुख्य रूप से दो तत्व  Bile और Bilirubin इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. 


ये तत्व करते हैं कमाल
दरअसल, जब हम कुछ खाते हैं, तो उसे पचाने के लिए पाचन तंत्र काम करता है. जब खाना हमारे पेट में जाता है, तो उसके फैट को तोड़ने के लिए लिवर Bile नाम का तत्व रिलीज करता है. इसका रंग हल्का पीला और हरे के बीच का होता है. इस्तेमाल के बाद इसे बड़ी आंत में भेज दिया जाता है. ठीक ऐसी है रक्त भी एनर्जी के लिए फूड को प्रॉसेस करता है. इस प्रक्रिया में लाल रक्त कणिकाएं (RBC) Bilirubin नाम के तत्व को छोड़ती हैं. इसका रंग पीला होता है. ये दोनों ही Bile और Bilirubin ही मिलकर पॉटी को ब्राउन कलर देते हैं. 


QnA: जब हवा में उड़ती नहीं, तो क्यों कहते हैं हवाई चप्पल


अगर रंग बदला तो समझिए है खतरा
अगर आपको ब्राउन रंग से इतर लाल, काली या पूरी पीली पॉटी हो रही है, तो इसके संकेत सही नहीं है. ऐसा एक-दो दिन होता है, तो ये आपके खाने से भी संबंधित हो सकता है. लेकिन अगर रोजाना अजीब रंग की पॉटी हो रही है, तो समझिए पाचन तंत्र में कुछ गड़बड़ी है. ऐसी स्थिति में डॉक्टर्स से संपर्क करना चाहिए.