नई दिल्ली: ऋषि कपूर (Rishi Kapoor) भले ही अब हम सबके बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी कई ऐसी किस्से-कहानियां हैं, जो उनकी समय-समय पर याद दिलाते रहते हैं. एक ऐसा समय था जब ऋषि कपूर ने अमिताभ बच्चन को नाकों चने चबवा दिए थे. 1973 में अमिताभ बच्चन की फिल्म 'जंजीर' रिलीज हुई थी. इसी साल ऋषि कपूर की डेब्यू फिल्म 'बॉबी' भी रिलीज हुई थी. दोनों ही फिल्मों में धमाकेदार टक्कर हुई थी. फिल्म रिलीज के बाद कुछ ऐसा हुआ जिससे अमिताभ सालों तक ऋषि से नाराज रहे थे.
नाराज थे अमिताभ बच्चन
ऋषि कपूर ने अपनी किताब 'खुल्लम खुल्ला' में इस बात का खुलासा करते हुए बताया था कि 1974 में उन्होंने 30 हजार रुपये देकर बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड खरीदा था. उस साल बेस्ट एक्टर के लिए पांच नॉमिनेशन थे- बॉबी के लिए ऋषि कपूर, ज़ंजीर के लिए अमिताभ बच्चन, यादों की बारात के लिए धर्मेंद्र, दाग के लिए राजेश खन्ना और कोशिश के लिए संजीव कुमार.
वहीं अपने प्रदर्शन को देखते हुए, फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को देखते हुए और फैन्स के रिएक्शन को देखते हुए अमिताभ बच्चन भी आश्वस्त थे कि ये अवॉर्ड उनके ही हाथ आएगा. तभी ऋषि कपूर को एक आदमी ने ऑफर दिया कि अगर वो 30 हजार रुपये देते हैं तो ये अवॉर्ड पक्का उनके ही नाम होगा. ये ऑफर ऋषि कपूर के लिए काफी लुभाने वाला था और उन्होंने कुछ नहीं सोचा और सीधे अवॉर्ड खरीद लिया.
ऋषि कपूर और अमिताभ बच्चन के बीच की दीवार यहीं नहीं टूटी. अपनी ही किताब में एक जगह ऋषि कपूर अमिताभ बच्चन को घमंडी भी बताते हैं. ऋषि कपूर का कहना है कि अमिताभ अपने किसी भी को स्टार को फिल्म का क्रेडिट नहीं देते थे. चाहे वो शशि कपूर हों, धर्मेंद्र हो, विनोद मेहरा हों या फिर मैं. उन्हें हर वक्त यही लगता था कि फिल्म में उनके अलावा और कोई जरूरी नहीं है. हालांकि बाद में ऋषि और अमिताभ के बीच के मनमुटाव काफी हद तक दूर हो चुके थे. दोनों ने साथ में कई फिल्मों में काम किया. इनमें शराबी, अमर अकबर एंथनी जैसी फिल्में प्रमुख थीं.